Bahraich Violence Latest News : उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में रविवार रात दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान शुरू हुए बवाल ने सोमवार सुबह और भी हिंसक रूप ले लिया. इस हिंसा में मारे गए रामगोपाल मिश्रा के परिजनों ने शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच बहराइच-सीतापुर हाइवे पर उग्र भीड़ ने दो गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया. कई दुकानों में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई है. वहीं हिंसा को बढ़ते देख पुलिस को कई इलाकों से लोगों को रेस्क्यू करना पड़ा.
ADVERTISEMENT
कई परिवारों को किया गया रेस्क्यू
बता दें कि बहराइच के महली तहसील के हिंसाग्रस्त इलाके से पुलिस ने कई परिवारों रेस्क्यू किया है. पुलिस ने परिवारों को रेस्क्सू कर थाने लेकर आई है. फिलहाल कई परिवारों को थाने में ही आसरा दिया गया है. बता दें कि बहराइच में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन यात्रा के दौरान भड़की हिंसा की आग सोमवार को भी नहीं थमी. महाराजगंज के राजी चौराहे पर दंगाइयों ने सोमवार सुबह भी जमकर बवाल काटा. इसके बाद बहराइच में कुछ इलाकों में इंटरनेट बंद कर दिया गया है. इसके साथ ही शहरों में स्थिति संभलती दिखी तो गांव की ओर उपद्रवी बवाल काट रहे हैं.
मैदान में उतरी इतनी पुलिस फोर्स
बहराइच में हालात काबू में करने के लिए भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार ने गंभीर कदम उठाए हैं. चार SP/SSP रैंक अधिकारियों, दो अतिरिक्त SP, और चार डिप्टी SP के साथ कड़ी निगरानी की जा रही है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, एक कंपनी RAF और तीन कंपनी PAC को बहराइच भेजा गया है. वर्तमान में यहाँ 10 कंपनी PAC और 2 कंपनी CAPF तैनात की गई हैं, ताकि शहर में शांति बनाए रखी जा सके,
इसके अलावा, UP STF की पांच टीमों को भी बहराइच में तैनात किया गया है. STF के दो CO और तीन अतिरिक्त SP ने भी शहर में मोर्चा संभाल लिया है. विशेष रुप से, STF का दंगा नियंत्रण वाहन भी बुलाया गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके. बहराइच में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नियंत्रण के लिए एडीजी लॉन आर्डर अमिताभ यश और एडीजी गोरखपुर जोन के प्रभारी डीआईजी अमरेंद्र कुमार सिंह पहले से ही इलाके में मौजूद हैं। इनकी टीम ने सुरक्षा की दृष्टि से कड़े कदम उठाए हैं.
कैसे भड़की हिंसा
बता दें कि 13 अक्टूबर की शाम उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के महसी तहसील के हरदी क्षेत्र में स्थित महाराजगंज कस्बे में दुर्गा मूर्ति विसर्जन यात्रा को लेकर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई. दुर्गा पूजा के समापन के उपलक्ष्य में निकली इस यात्रा में डीजे बजाने को लेकर समुदाय विशेष के दो गुटों के बीच कहासुनी हो गई. यह तकरार इतनी बढ़ गई कि देखते ही देखते यह एक हिंसक झड़प में तब्दील हो गई. रिपोर्ट के अनुसार, बहस के दौरान एक गुट द्वारा छतों से पथराव शुरू कर दिया गया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई. घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि जैसे ही कुछ लोगों ने इस पथराव का विरोध किया, फायरिंग शुरू हो गई. इस फायरिंग की चपेट में आने से रामगोपाल मिश्रा नामक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. चिकित्सालय में भर्ती कराने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
रामगोपाल की मौत की खबर फैलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. लोग लाठी-डंडों समेत सड़कों पर उतर आए. उन्होंने दुकान, शोरूम और घरों में तोड़फोड़ और आगजनी शुरु कर दी. वहीं मूर्ति विसर्जन के दौरान युवक की गोली मारकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है. यह एफआईआर महसी थाने में दर्ज हुई है. इसमें अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और मारफ अली समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. इन छह नामजद के अलावा चार लोग अज्ञात हैं.
ADVERTISEMENT