Bahraich Wolf Attack News: उत्तर प्रदेश के बहराइच जिला इन दिनों पूरे देश की खबरों में बना हुआ है और उसकी वजह आदमखोर भेड़िए हैं. बहराइच जिले के करीब 35 गांवों में आदमखोर भेड़ियों के झुंड ने दहशत मचा रखी है. खूनी भेड़ियों के इस झुंड ने जिले के करीब अबतक 9 लोगों को अपना शिकार बनाया है, जिसमें पांच बच्चे भी शामिल हैं. वहीं प्रशासन ने अब तक चार भेड़ियों को पकड़ा है और बाकियों की लगातार तलाश जारी है. वहीं भेड़ियों का आतंक इस कदर है कि गांव को लोग अब पलायन भी करने लगे हैं.
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भेड़ियों ने किया चार बार हमला
बहराइच के सिकंदरपुर मक्का पुरवा गांव में भेड़िए की दहशत है, इस अकेले के गांव में अब तक भेड़िया 4 बार हमला कर चुका है. जिसमें एक नाबालिग की जान भी ले चुका है. जिसके चलते अब गांव में पलायन जैसी आशंका को जन्म दिया है. अभी तक इस गांव से भेड़िए के डर से 2 परिवार पंजाब पलायन भी कर चुके हैं.
खौफ में पलायन कर रहे लोग
यूपी तक बहराइच के सिकंदरपुर मक्का पुरवा गांव पहुंचा और वहां के लोगों से भेड़ियों के दहशत के बारे में बात की. गांव में पहुंचते ही यूपी तक को ये पता चला कि रामू कुमार अपने परिवार के साथ इसी गांव में रहते थे, लेकिन कुछ दिनों से शुरू हुए भेड़िए के हमलों के बाद वह दहशत में थे. कुछ दिन पहले उनके घर पर भी भेड़िए ने हमला किया, जिसमें उनके छोटे लड़के को ले जाने की कोशिश की. किसी तरह गांव वालों की मदद से उहोंने भेड़िए से अपने परिवार की जान बचाई. लेकिन भेड़िए ने बच्चे को हाथ और पैर में गहरे घाव दे दिए. वह अस्पताल में एडमिट रहा, जब वह सही होकर आया तो रामू ने बहराइच छोड़ने का फैसला किया.
रामू के भाई राम कुमार ने यूपी तक को बताया कि वह भेड़िए के हमले से बहुत परेशान हो गया था और एक हमला हो जाने के बाद उसे अपने बच्चों और परिवार की चिंता सता रही थी. हम लोगों ने रोकने की कोशिश की लेकिन वह अपनी फसल की बटाई कर यहां पर ताले लगाकर परिवार को लेकर चला गया. भाई ने कहा भेड़िए के डर से उसे अपना बना बनाया घर और कम सब छोड़कर पंजाब पलायन करना पड़ा.
परिवार ने बताई दहशत की कहानी
वहीं ऐसी ही एक और कहानी गांव की ही रेशमा के परिवार की सामने आई. रेशमा के घर पर भी एक महीने पहले भेड़िए ने हमला किया. वह अपने दोनों बच्चों के साथ आंगन में सो रही थी. तभी अचानक भेड़िया गांव में आया और हमला कर दिया. रेशमा के भेड़िया के लिए हुए बच्चों पर घाव भी दिखाए. लड़की के पैर पर और लड़के के सिर पर भेड़िए के घाव के निशान साफ दिखाई दी. रेशमा ने भेड़िए के हो रहे हमले से परेशान होकर गांव छोड़ने का फैसला किया और अपने पति के पास पंजाब चली गई.
रेशमा ने बताया कि अभी अपने भाई को तबियत खराब होने की वजह से अपने पति के साथ एक हफ्ते के लिए गांव आई हुई है. कुछ दिन में वह वापस पंजाब वापस चली जाएगी.
सहमा है पूरा गांव
बता दें कि इसी गांव में भेड़िए के 4 हमले हुए जिसमें एक हमला 45 वर्षीय माया देवी पर भी हुआ. माया देख नहीं सकती, रात के अंधेरे में भेड़िए ने इनपर हमला किया. जिसकी चोटें आज भी उन्हें दर्द देती हैं. इसी तरह इसी गांव के एक बच्चे को आदमखोर भेड़िए चबा गया और बच्चे की मौत हो गई. इस तरह की तमाम घटनाओं की वजह से गांव वाले डरे और सहमे हैं. फिलहाल दो परिवार गांव छोड़ कर जा चुके हैं. तमाम गांव वालों ने यूपी तक को बताया भेड़िए से पूरा गांव परेशान है. अगर ऐसा ही रहा तो पलायन बढ़ भी सकता है. गरीबी से ज्यादा इस गांव को अब जान की फिक्र है. कई गांव वाले 4 भेड़ियों को देखने का भी दावा कर रहे हैं.
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