उम्र, लिंग, जातियों व आर्थिक स्थिति में असमानता के बावजूद शिक्षा हर छात्र का अधिकार है. हालांकि, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और डिजिटल डिवाइड के कारण इन दिनों सीखने की खाई बहुत गहरी है. ज्यादातर छात्रों के लक्ष्य एकदम क्लीयर होते हैं, लेकिन उन्हें प्राप्त करने के लिए कोई मार्गदर्शन या संसाधन नहीं होते हैं. बायोमेंटर्स (Biomentors) एक ऐसा संस्थान है जो छात्रों की जरूरतों को पूरा करता है और उन्हें अपने कॅरियर में सफलता हासिल करने में मदद करता है.
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इस इंस्टिट्यूट में उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मुंबई समेत भारत के कोने से छात्र पढ़ते हैं. अलग-अलग राज्यों में बैठे इन छात्रों के आंखों में डॉक्टर बनने का सपना है. उनके इसी सपने को पूरा करने के लिए बायोमेंटर्स छात्रों के लिए सबसे कठिन मेडिकल प्रवेश परीक्षा – NEET की तैयारी कराता है. समर्पित, उच्च योग्य और अनुभवी टीम के साथ,बायोमेंटर्स स्केड्यूल ट्रेनिंग प्रोग्राम्स के जरिये ऑनलाइन कक्षाओं में भी असल कक्षा जैसा वातावरण बनाए रखता हैं.
2008 में डॉ. गीतेंद्र सिंह द्वारा एक ऑफलाइन कोचिंग के रूप में शुरू हुआ ये संस्थान 15 से अधिक वर्षों पुरानी विरासत के रूप में जाना जाता है. ये पेशेवर फैकल्टीज की एक टीम के साथ दो दशकों से अधिक समय से शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. अब तक 6.5 लाख से अधिक छात्रों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, बायोमेंटर्स के माध्यम से दिया जा चुका है.
संस्थान अपनी यूनिक टीचिंग मैथड के लिए जाना जाता है जो छात्रों के सोचने और समझने की प्रक्रिया को बेहद आसान बना देता है. इफेक्टिव टीचिंग मेथड के साथ नई इंटरनेट टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए, बायोमेंटर्स छात्रों के लिए NEET को पूरी तरह से आसानी से क्रैक करने के मार्ग दर्शक के रूप में कार्य करता है.
हाइली एक्सपिरिएंस्ड फैकल्टी की उनकी टीम शुरू से अंत तक छात्रों की सहायता करती है और उन्हें अपने सपनों के कॅरियर को शुरू करने के लिए तैयार कराती है. बायो मेंटर्स की ऑनलाइन क्लासेस के जरिये 2017 से अब तक, 11,000 से अधिक छात्रों ने NEET परीक्षा पास करके एमबीबीएस के लिए विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन पाया हैं.
इस सफलता के पीछे कई कारण हैं. बायोमेंटर्स ऑनलाइन कंटेंट प्रोवाइड कराने और प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनुशासन बनाये रखने के लिए एक सेना की तरह काम करती है. बायोमेंटर्स के अपने कमांडो होते हैं. छात्रों को अलग-अलग बटालियनों में बांटा गया है और प्रत्येक बटालियन का नेतृत्व एक कमांडर करता है जो एमबीबीएस का छात्र है.
बायोमेंटर्स के संस्थापक डॉ. गातेंद्र सिंह, एक चिकित्सक हैं. वह एक जाने-माने मधुमेह विशेषज्ञ (Diabetologist) हैं, जिन्होंने 2017 में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की NEET की तैयारी करने में मदद करने के लिए बायोमेंटर्स कक्षाएं ऑनलाइन शुरू कीं. कई जरूरतमंद छात्र जो ऑफलाइन संस्थानों की मोटी फीस नहीं दे सकते. उनके लिए बायोमेंटर्स बना हैं.
बायोमेंटर्स के जरिये आर्थिक तौर पर कमजोर तबके के छात्र भी अपना सपना पूरा कर पा रहे हैं. जो महज जुनून के रूप में शुरू हुआ था. आज वह संस्थान छात्रों को डॉक्टर बनने के अपने सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाता है. पढ़ाने के अलावा डॉ. गीतेंद्र और उनकी टीम छात्रों को उनके कॅरियर में नैतिकता और अनुशासन पैदा करने में भी मदद करती है.
इस साल सबसे अधिक NEET उम्मीदवारों की लिस्ट में महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक,तमिलनाडु और केरल टॉप पर रहे हैं. बायोमेंटर्स का लक्ष्य भारत के दूर दराज के कोनों में भी सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना हैं. अत्याधुनिक तकनीक और इनोवेशन के माध्यम से यह इच्छुक डॉक्टरों के कौशल को निखारती है और एक ऐसे व्यक्तित्व का निर्माण करती है जो बाकी लोगों से अलग है.
बायोमेंटर्स देश के भविष्य के चिकित्सा योद्धाओं को शिक्षित और ढालने में गर्व महसूस करते हैं. उनकी साहसिक दृष्टि खेल के इस मैदान को समतल करना और अपने छात्रों को सीखने का एक व्यापक अनुभव प्रदान करना है.
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