सहारनपुर के रामपुर मनिहारान स्थित चकवाली गांव के रास्तों पर प्रशासन ने बैरिकेड्स लगवा दिए हैं. इसकी वजह भी अजब-गजब है. मिली जानकारी के अनुसार, चकवाली गांव की आबादी करीब 8 हजार है और गांव में लगभग 450 लोगों ने अब तक कोरोना वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगवाई है. इसी गांव में हाल-फिलहाल में कोरोना संक्रमण के 7 से 8 मामले भी पाए गए हैं और कई लोगों की कोरोना रिपोर्ट अभी आना भी बाकी है.
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आपको बता दें कि बुधवार को रामपुर मनिहारान के एसडीएम गांव में पहुंचे और वैक्सीनेशन की स्थिति जानने के बाद उन्होंने गांव के रास्तों पर बेरिकेड्स लगवा दिए. अब वैक्सीन के सर्टिफिकेट दिखाने पर ही गांव में आया जाया जा सकता है. शायद उत्तर प्रदेश का यह पहला मामला होगा, जहां वैक्सीन न लगवाने पर गांव को सील कर दिया गया हो.
गांव के मुख्य मार्ग पर बैरिकेडिंग करके वहां पुलिस तैनात कर दी गई है. जिन लोगों ने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है, उनकी गांव से बाहर आने-जाने पर रोक है. वैक्सीन का सर्टिफिकेट देखकर ही ग्रामीणों को गांव से बाहर निकलने दिया जा रहा है.
गांव प्रधान नकुल चौधरी का कहना है कि पिछले कुछ दिनों से गांव में वैक्सीनेशन का कैंप लगा हुआ है, क्योंकि इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा बिना वैक्सीन लगवाए हुए चकवाली गांव के ही लोग हैं. इसीलिए SDM ने गांव में बैरिकेडिंग लगवा दी है. जब तक गांव में 100% वैक्सीनेशन नहीं होगा तब तक बैरिकेडिंग रहेगी.”
जब ग्राम प्रधान से पूछा गया कि ‘सुप्रीम कोर्ट के अनुसार किसी को जबरदस्ती वैक्सीन नहीं लगाई जा सकती है’ तो इस पर उन्होंने कहा कि ‘जबरदस्ती किसी के साथ नहीं हो रही है अभी सबको समझाया जा रहा है.’
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि बैरिकेडिंग उन्हीं लोगों की वजह से लगाई गयी है जिन्होंने अभी तक एक भी वैक्सीन की डोज नहीं लगवाई है. उन्हें वैक्सीन लगवा लेनी चाहिए. अब उन्हीं की वजह से सबको वैक्सीन की डोज के कार्ड दिखाकर ही गांव से बाहर जाने दिया जा रहा है.
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