UP News: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में अक्सर चर्चाओं में रहने वाला डसना देवी मंदिर एक बार फिर चर्चाओं में हैं. यहां रामलीला मंचन के दौरान 3 लोग अपनी असल पहचान छिपाकर रामलीला मंचन करने के लिए आ गए. तीनों धर्म विशेष से संबंध रखते थे. जब मामले का खुलासा हुआ तो पुलिस ने गिरफ्तार हुए 2 आरोपियों के पास से हिंदू नाम का आधार कार्ड भी मिला. फिलहाल पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
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क्या है पूरा मामला?
दरअसल गाजियाबाद के बेव सिटी थाना क्षेत्र के डासना इलाके में आदर्श रामलीला कमेटी द्वारा डासना के देवी मंदिर परिसर में हर साल रामलीला का आयोजन किया जाता है. पिछले 3 सालों से मथुरा से रामलीला मंचन करने वाली कमेटी को बुलाया जाता है. इस साल भी रामलीला कमेटी द्वारा मथुरा से रामलीला का मंचन करने वाली एक कमेटी को बुलाया गया है. इस कमेटी से जुड़े लोगों के ठहरने का इंतजाम देवी मंदिर परिसर में ही किया गया.
इसी दौरान सामने आया कि मंचन करने आए 3 लोगों ने अपनी गलत पहचान बताई थी. वह तीनों धर्म विशेष से संबंध रखते थे. इनमें से तीन के पास हिंदू नाम से बना आधार कार्ड भी बरामद किया गया है. दरअसल डासना देवी मंदिर की सुरक्षा और महंत नरसिंहानंद गिरी की सुरक्षा में पुलिस तैनात रहती है. यहां कई बार विवाद हो चुका है. ऐसे में पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है.
पुलिस ने ये बताया
इस पूरे मामले पर एसीपी वेब सिटी लिपि नगायच ने बताया, आरोपियों से पूछताछ की गई है. आरोपियों का कहना है कि रामलीला में काम करना उनका पुश्तैनी काम है और वह रामलीला में कैकई , मंथरा जैसे किरदार निभाते हैं. आरोपियों का कहना है कि इसलिए ही उनके नाम हिंदू नाम पर रखे गए हैं. फिलहाल तीनों को अरेस्ट कर लिया गया है. मामले की जांच जारी है.
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