Agra Tajmahal News: आज से करीब 371 साल पहले मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी प्यारी बेगम मुमताज की याद में ताजमहल को मकबरे के रूप में बनवाया था. शायद शाहजहां ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि साल 2024 में उनके द्वारा बनवाए गए इस अजूबे में पीपल का पौधा उग आएगा, तो ईमारत जगह-जगह से जर्जर हो जाएगी, मुख्य गुंबद से पानी टपकने लगेगा और इस ऐतिहासिक स्थल के परिसर में मूत्र विसर्जन जैसी घटनाएं होने लगेंगी! एक समय भारत की शान के रूप में देखे जाने वाले ताजमहल की आज ऐसी हालत का जिम्मेदार कौन है, यूपी सरकार और ASI के जिम्मेदार अधिकारी क्या ताजमहल की ढंग से रखरखाव नहीं कर रहे हैं? ये सबसे बड़ा सवाल है. इस खबर में आप उन घटनाओं को जानिए, जिनसे प्रतीत होता है कि मौजूदा वक्त में 'ताजमहल के अच्छे दिन नहीं चल रहे हैं.'
ADVERTISEMENT
गुंबद में उग आया पीपल का पौधा
यमुना की तरफ ताजमहल के मुख्य गुंबद पर एक पीपल पौधा उग आया था. दावा है कि आज से पहले कभी (ताजमहल की उम्र लगभग 371 साल है) ताजमहल के मुख्य गुंबद पर कोई पौधा नहीं उगा. मुख्य गुंबद पर उगे पौधे का एक वीडियो सोशल मिडिया पर वायरल हुआ. वायरल वीडियो 35 सेकंड का है. यह वीडियो मुख्य गुंबद के यमुना नदी की तरफ के हिस्से का है. वीडियो वायरल होने के बाद अनान-फानन मे एएसआई ने पौधे का वहां से उखाड़ दिया है.
मुख्य गुंबद से क्यों टपका पानी?
ताजमहल के मुख्य गुबंद में जगह-जगह कई दरारें आ चुकी हैं. गुबंद में हो रही कलाकारी भी थोड़ी-थोड़ी फीकी पड़ने लगी है. ताजमहल के मुख्य गुंबद से बरसात का पानी टपकने की घटना 371 साल के इतिहास में पहली बार हुई है. आगरा में पिछले दिनों रिकॉर्ड 351 MM बरसात हुई है. भारतीय पुरातत्व विभाग के सुपरिंटेंडेंट राजकुमार पटेल का कहना है कि 'ताज के मेन डोम में पानी आया यह फेक्ट है. वॉल के सहारे पानी को देखा गया है. इसकी डिटेल छानबीन की गई है.'
पानी से भर गया ताजमहल का पार्क
आगरा में हुई भीषण बरसात में ताजमहल मुख्य गुंबद के लेफ्ट पार्क में पानी भर गया है. पार्क में भरे बरसात के पानी का वीडियो किसी पर्यटक ने सोशल मिडिया पर शेयर किया था जो वायरल हो गया. इस घटना पर ASI के सुपरिंटेंडेंट का कहना है कि 'बारिश के तत्काल बाद ताजमहल के अंदर के एरिया में और बहार के एरिया में स्पेशली फोर कोर्ट में जो गार्डन है वो बारिश के पानी से लबालब भरा हुआ है. देखने में ऐसा लगता है कि ताजमहल में पानी के निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. टेक्निली ताजमहल परिसर को इस तरह डिजायन किया है कि उसका पानी बहार ना जाए. हम ड्रेन के माध्यम से उस पानी को 10-15 मिनट मे बहार निकाल सकते हैं.'
पर्यटकों ने किया मूत्र विसर्जन
वहीं, ताजमहल परिसर में लगी झाड़ियों में दो पर्यटकों का मूत्र विसर्जन करने का भी एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो वायरल होने के बाद एएसआई और सीआईएसएफ के जवानों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे थे. वीडियो वायरल होने के बाद एएसआई ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं. पुरातव विभाग के सुपरिंटेंडेंट पटेल ने कहा कि 'ताजमहल के किनारे की तरफ बने गार्डन की तरफ जहां पर्यटक भी कम जाते हैं और स्टाफ भी अमूमन कम जाता है. कई बार कुछ पर्यटक वहां बैठ जाते हैं. इस तरह की एक दो शिकायतें आ जाती हैं. उन जगहों पर निगरानी के पॉइंट बढ़ाए गए हैं. जगह-जगह टॉयलेट के साइन बोर्ड लगाए गए हैं. परिसर में पर्याप्त वॉशरूम की व्यवस्था है.'
ADVERTISEMENT