Uttar Pradesh News : सितंबर की एक शांत रात, आगरा के सुनसान मार्ग पर एक लड़की अकेली खड़ी थी और उसने पुलिस कंट्रोल रूम पर मदद के लिए फोन किया. लड़की ने बताया कि वह आगरा कैंट रेलवे स्टेशन जाना चाहती है और उसे डर लग रहा है. कंट्रोल रूम ने उसे आश्वासन दिया कि मदद 10 मिनट में पहुँच जाएगी. जल्द ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और यह जानकर हैरान रह गई कि वह लड़की कोई और नहीं, खुद सहायक पुलिस आयुक्त सुकन्या शर्मा थीं.
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मौके पर पहुंची पुलिस तो रह गई हैरान
कुछ देर तक पुलिसकर्मी समझ नहीं पाए कि ये सब क्या हो रहा है. बाद में, स्पष्ट हुआ कि यह एक टेस्ट था, जिसमें कंट्रोल रूम के रिस्पांस को परखा जा रहा था. टेस्ट का नतीजा संतोषजनक रहा और यह साबित हुआ कि पुलिस टीम ने 15 मिनट के भीतर सहायता पहुंचाई. यह टेस्ट विशेष रूप से आयोजित किया गया था, ताकि महिला सुरक्षा के दृष्टिकोण से आगरा शहर में 'वूमेन सेफ जोन' बनाए जा सकें.
पुलिस कमिश्नर रविंदर गौड ने 'वूमेन सेफ जोन' के लिए एक गाइडलाइन भी जारी की है. इस गाइडलाइन के अनुसार, रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक यदि कोई महिला वाहन की अनुपलब्धता के कारण असहज महसूस करती है, तो वह पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर कॉल कर सकती है. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंचकर सहायता प्रदान करेगी. महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देने हेतु 100 ऑटो रिक्शा को चयनित किया गया है, जिनके ड्राइवर वर्दी में और नाम-पत्र सहित रहेंगे. तीन वूमेन सेफ जोन कमला नगर, सदर बाजार, और न्यू आगरा में स्थापित किए गए हैं, जो सीसीटीवी से नियंत्रित रहेंगे.
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