ब्लड डोनेशन से कई लोगों की जान बचाई! प्रयागराज के राजीव को कनाडा से मिली डॉक्टरेट की उपाधि

आनंद राज

• 09:41 AM • 25 Apr 2022

यूपी के प्रयागराज के रहने वाले राजीव मिश्रा को रक्तदान के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए कनाडा की ब्राम्टन यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट…

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यूपी के प्रयागराज के रहने वाले राजीव मिश्रा को रक्तदान के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए कनाडा की ब्राम्टन यूनिवर्सिटी ने उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि प्रदान की है. राजीव अब तक हजारों लोगों को ब्लड डोनेट कर उनकी जिंदगी बचा चुके हैं. आपको बता दें राजीव मिश्रा अब तक 83 बार पूरे देश का भ्रमण कर ब्लड डोनेट कर चुके हैं.

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राजीव को वैसे तो पूरे प्रदेश में कई सम्मान मिल चुका है, लेकिन उनके सम्मान में एक सम्मान और जुड़ गया जब राजीव मिश्रा को कनाडा की ब्राम्टन यूनिवर्सिटी ने अपने डॉक्टरेट की मानद उपाधि से नवाजा. राजीव ब्लड अपने आसपास मौजूद लोगों से ज्यादा से ज्यादा ब्लड डोनेट करने के लिए जागरूक भी करते हैं.

57000 किलोमीटर की यात्रा कर किया रक्तदान

भारत से सटे नेपाल के काठमांडू में सार्क देश (साउथ एशियन रिजल्ट कंट्रीज) के मुख्यालय में 8 देशों के उन प्रतिनिधियों को बुलाया गया था, जो सामाजिक क्षेत्र से जुड़कर ब्लड डोनेट के लिए अच्छा कार्य कर रहे हैं. उन्हीं में भारत के राजीव मिश्रा भी शामिल है. राजीव को अंतरराष्ट्रीय ब्राम्टन यूनिवर्सिटी ग्रैंड लेक रोड सिडनी नोवा स्कोटा, कनाडा ने ब्लड डोनेशन के प्रति आम आदमी को जागरूक करने के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया है.

राजीव ब्लड डोनेट के लिए कैंपेनिंग चला रहे हैं. राजीव ने जम्मू कश्मीर, लेह, लद्दाख, महाराष्ट्र, बिहार, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, और कन्याकुमारी के साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल तक में लगभग 57000 किलोमीटर की यात्रा करके ब्लड डोनेट किया है.

राजीव के ब्लड डोनेट करने के पीछे है ये कहानी

राजीव मिश्रा के ब्लड डोनेट करने के पीछे एक दुखद भरी कहानी है. दरअसल, राजीव जब 20 साल के थे तो उनके बड़े भाई अशोक कुमार मिश्रा को एक गंभीर बीमारी हो गई थी और ब्लड की कमी की वजह से उनकी डेथ हो गई थी. तब से राजीव ने ब्लड डोनेट कर लोगों की जान बचाने का शपथ लिया है. अब ब्लड डोनेट करना राजीव के जीवन का उद्देश्य बन चुका है.

राजीव मिश्रा अब तक 83 बार ब्लड डोनेट करने के साथ दो बार प्लाज्मा भी डोनेट कर चुके हैं. प्लाज्मा डोनेट करने के लिए 16 किलोमीटर की दूरी तय कर एक शख्स की जान बचाने पहुंचे थे. ब्लड डोनेट करने में राजीव मिश्रा निस्वार्थ समर्पण रखते हैं और आज के यंगस्टर को ब्लड डोनेट के लिए प्रोत्साहित करते हैं.

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