प्रयागराज: प्रिंसिपल ने ईद पर टोपी-कुर्ता पहन वीडियो सोशल मीडिया पर डालने को कहा, हुआ केस

पंकज श्रीवास्तव

• 05:11 AM • 05 May 2022

प्रयागराज के झूंसी इलाके में एक स्कूल की प्रिंसिपल के ‘अजीबो-गरीब फरमान’ पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. ये एफआईआर वीएचपी के गौरक्षा प्रांतमंत्री…

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प्रयागराज के झूंसी इलाके में एक स्कूल की प्रिंसिपल के ‘अजीबो-गरीब फरमान’ पर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है. ये एफआईआर वीएचपी के गौरक्षा प्रांतमंत्री लालमणि त्रिपाठी ने स्कूल की प्रिंसिपल बुशरा मुस्तफा के खिलाफ कराई है. मामला झूंसी थाना इलाके के गंगा नगर पब्लिक स्कूल का है. दरअसल, इस स्कूल की प्रिंसपल ने कथित तौर पर ईद से पहले बच्चों को कुर्ता पजामा और टोपी पहनकर उसका वीडियो शोशल मीडिया पर डालने की बात कही थी.

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इस मामले में दो मई को शिकायतकर्ता लालमणि त्रिपाठी ने शहर के कीडगंज थाने में पुलिस को शिकायती पत्र दिया था. पत्र में कहा गया था, “स्कूल की प्रिंसिपल एक सांप्रदायिक सोच वाली मुस्लिम महिला हैं. इन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए…हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए बच्चों के कोमल हृदय में सांप्रदायिकता का जहर घोलने का दबाव बनाकर, अन्य बच्चों की धार्मिक स्वतंत्रता बाधित करने और कर्नाटक के हिजाब विवाद की तरह यूपी के धार्मिक सौहार्द को खराब करने की साजिश की है.”

पत्र में आगे कहा गया, “3 मई को ईद के साथ हिंदुओं का एक प्रमुख त्यौहार अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम की जयंती हुई थी, लेकिन प्रिंसिपल ने उसके लिए कोई एक्टिविटी प्रोग्राम नहीं दिया जिससे उनकी मंशा स्पष्ट हो जाती है.”

वीएचपी नेता लालमणि त्रिपाठी का शिकायत पत्र मिलने के बाद कीडगंज पुलिस ने आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.

मामले में पुलिस ने क्या कहा?

एसएसपी अजय कुमार ने बताया, “यह थाना कीडगंज जिला प्रयागराज का एक मामला है, जिसमें एक पब्लिक स्कूल की प्रधानाचार्य द्वारा कथित रूप से एक मैसेज भेजा गया था कि एक खास परिधान धारण करके और हैप्पी ईद बोलना है. इस तरह की एक शिकायत लालमणि त्रिपाठी द्वारा थाने पर दी गई. उनका कहना था कि यह धार्मिक भावना भड़काने के लिए किया जा रहा था.

एसएसपी ने आगे कहा, “मामले को महत्वपूर्ण मानते हुए इस पर एफआईआर सुसंगत धाराओं में 9लगाई गई है. इसकी निष्पक्ष विवेचना की जाएगी और अगर प्रधानाचार्य की इंटेंशन में कोई कमी नहीं दिखी को, तो मामला खत्म किया जाएगा. अगर इंटेंशन के तहत जबरन कोई कार्य कराए जाने की मंशा है, तो उसमें निश्चित रूप से सख्त कार्रवाई की जाएगी.”

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