पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adtyanath) रविवार को रामपुर पहुंचे. सीएम योगी ने रामपुर के फिजिकल ग्राउंड में एक जनसभा को संबोधित करते हुए आजम खान (Azam Khan News) का नाम लिए बिना ही जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों के एजेंडे में विकास और लोक कल्याण नहीं बल्कि अपने स्वार्थ के लिए उन्होंने रामपुर का दोहन किया रामपुर का शोषण किया और विकास परियोजनाएं रामपुर को ध्यान में रख, न ही गांव गरीब किसान नौजवान महिलाएं और समाज के विभिन्न तबकों को ध्यान में रखकर बनाई गईं बल्कि एक व्यक्ति के इर्द-गिर्द बनाते हुए शोषण का जरिया बनाने का प्रयास किया.
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लोकसभा उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी की जीत के बाद उनका यह पहला रामपुर दौरा था. इसमें उन्होंने लोकसभा प्रत्याशी को जिताने के लिए जनता का आभार व्यक्त किया और 72 करोड़ की 22 परियोजनाओं का शिलान्यास किया. रामपुर पुलिस लाइन में बनी बहुमंजिला भवन का लोकार्पण किया और शिशु सदन में जाकर अनाथ बच्चों के साथ समय व्यतीत किया.
जिन्होंने विकास के पहिए को थामने का काम किया और अंततः उनकी दुर्गति उन्हें भुगतनी पड़ रही है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कहा कि अब रामपुर में बिना भेदभाव विकास किया जाएगा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- लोकसभा उपचुनाव के बाद किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में आने का अवसर प्राप्त हुआ है. मैं इस अवसर पर जनपदवासियों को विकास की 22 परियोजनाओं के लिए हृदय से बधाई देते हुए और आप सभी को हृदय से धन्यवाद देता हूं.
योगी आदित्यनाथ ने कहा-हम सब जानते हैं कि पिछली सरकार किस प्रकार का कार्य करती थी. स्वयं के हितों के लिए योजनाएं बनती थी. पैसा सरकार का, लेकिन अपने स्वयं के स्वार्थ से ऊपर का कोई कार्य नहीं हो पाता था. यही कारण था राजकीय मुर्तुजा इंटर कॉलेज को एक पार्टी विशेष का कार्यालय बना दिया गया. उसे अपने निजी स्कूल में बदलने का कार्य किया गया. इसी प्रकार से यहां के 200 वर्ष पुराने शैक्षिक संस्थान मदरसा आलिया को भी एक निजी विद्यालय में बदलने का कार्य हुआ था.
उसके समृद्ध पुस्तकालय जो दुर्लभ पुस्तकें हस्तलिखित पुस्तकें थीं बिना किसी अनुमति के उन्हें जबरन कब्जा करने का प्रयास हुआ. सरकार ने वापस मदरसा आलिया की हस्तलिखित पांडुलिपिया थीं उन्हें वापसकरके संरक्षित करने का कार्य किया. दुर्लभ पांडुलिपियों के साथ खिलवाड़ करने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती है.
इसी प्रकार से सिटी मांटेसरी स्कूल कभी गेस्ट हाउस हुआ करता था. कहा जाता है राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वयं आंदोलन के दौरान यहां पर रुककर देश की आजादी को एक नई दिशा देने का कार्य किया था, लेकिन इस ऐतिहासिक संस्थान को भी हड़पने का कार्य हुआ था.
यही नहीं तमाम ऐसे अन्य कार्य जो सैकड़ों करोड़ों रुपए की लागत से रामपुर के विकास के लिए महत्वपूर्ण हो सकते थे, उनमें बाधा पैदा कर रामपुर को पूरी तरीके से विकास समृद्धि से वंचित करने का जो साजिश पिछले 10 से 12 वर्षों से हो रहा उन सभी साजिशों को बेनकाब करने के लिए ही मैं बार-बार रामपुर आता था. आह्वान करने के लिए कि हम बर्बाद ना होने दें. आने वाली पीढ़ी को हम अपने आप को कोसने के लिए मत छोड़ें. बल्कि जो गलत कर रहा है तो हमें उसके खिलाफ डट करके खड़ा होना होगा.
योगी आदित्यनाथ ने कहा- वही रामपुरी चाकू का प्रयोग हमें कैसे करना है यहां पर विकास की एक सकारात्मक सोच इसे आगे बढ़ाने का कार्य करेगी. गलत लोगों के हाथों में रामपुरी चाकू पड़ा तो उन्होंने उसे शोषण का जरिया बनाया, व्यक्तिगत और स्वार्थ का अड्डा बना लिया, लेकिन कभी ये रामपुरी चाकू सकारात्मक हाथों में पड़ा तो भारतीय जनता पार्टी डबल इंजन की सरकार ने रामपुरी चाकू का प्रयोग सामान्य नागरिकों को व्यापारियों को स्वर्ग सा प्रधान करने दौरान किया और उस रामपुरी चाकू को निवेश के माध्यम का आधार बना दिया.
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