Auraiya News: औरैया जिले के दिबियापुर थाने के अंदर एक प्रेमी-प्रेमिका शादी कर रहे थे. आस-पास लोग जमा थे. पहली नजर में तो ये एक आम शादी थी. मगर यहां जो हो रहा था, उसे देख हर कोई हैरान था. दरअसल एक पिता अपनी बेटी के सामने गिड़गिड़ा रहे थे. पिता हाथ जोड़ अपनी बेटी से कह रहे थे, ‘ये शादी मत कर. यहां से चल.’ मगर बेटी 7 फेरों की रस्म पूरी करती रही और उसने अपने पिता की एक बात नहीं सुनी. बेटी ने अपना दिल पत्थर का बना लिया और अपने पिता की हर बात को अनसुना कर दिया. ये देख वहां मौजूद सभी लोग एक-दूसरे का मुंह ताकते रहे और खामोशी के साथ ये शादी होते देखते रहे.
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एक कहावत है ‘जब मियां बीवी राजी तो क्या करेगा काजी’. ये कहावत यूपी के औरैया से जो मामला सामने आया है, उसपर बिल्कुल सटीक बैठती है. यहां मोहब्बत के आगे पिता का प्यार और दुलार हार गया. एक तरफ यहां प्रेम की जीत हुई तो दूसरी तरफ लोगों ने एक पिता को अपनी बेटी के सामने हारते हुए भी देखा.
पिता गिड़गिड़ाते रहे और बेटी रस्में पूरी करती रही
यहां एक पिता गार्ड की नौकरी करते अपने परिवार का पेट पालते हैं. पिता ने बेटी की शादी के लिए पता नहीं क्या-क्या सोचा होगा. मगर बेटी की किस्मत में कुछ और ही लिखा था. दरअसल बेटी शबनम यादव का प्रेम उसी क्षेत्र के नितिन के साथ चल रहा था. दोनों अलग-अलग समाज से आते थे. ऐसे में शबनम के परिजन इस संबंध के लिए तैयार नहीं थे. मगर शबनम और नितिन शादी का मन मना चुके थे.
पुलिस के मुताबिक, परिवार ने शादी को रोकने के लिए पुलिस का सहारा लेने की भी कोशिश की. केस दर्ज करवाने की भी कोशिश की गई. प्रेमी-प्रेमिका ने पुलिस से सुरक्षा की गुहार भी लगाई. इसी दौरान शबनम और नितिन ने थाने के अंदर बने मंदिर में ही शादी करने की सोची और दोनों ने यहां शादी कर ली.
प्रेम की जीत देख लोग खुश मगर पिता का हाल देख लोग दुखी
शबनम और नितिन मंदिर में बकायदा हिंदू रीति रिवाज से शादी करने लगे. पिता को मामले की जानकारी हुई. पिता फौरन वहां पहुंचे. बेटी को शादी करते देख पिता सन्न रह गए. वह बेटी के सामने गिड़गिड़ाते रहे, उससे मिन्नतें करते रहे कि वह यह शादी ना करे. मगर बेटी नहीं मानी. बेटी ने अपने पिता की एक बात ना सुनी.
ये देख वहां मौजूद लोगों ने पिता को समझाया और पिता को थोड़ा दूर ले गए. इस दौरान पिता अपने बेटी के सामने गिड़गिड़ाते ही रहे. आखिर में ये शादी संपन्न हो गई. शादी के बाद दुल्हन बनी शबनम का कहना था कि वह और नितिन दोनों इस शादी से बहुत खुश हैं. शबनम ने इस दौरान साफ कहा कि उसके पिता इस शादी के खिलाफ थे. इसलिए उन दोनों ने मंदिर में इस तरह से शादी की है.
फिलहाल ये शादी चर्चाओं में बनी हुई है. लोगों का कहना है कि यहां एक तरफ सच्चे प्रेम की जीत हुई है तो दूसरी तरफ एक पिता अपनी बेटी के सामने हार गया है. इस मामले पर लोगों की अलग-अलग राय सामने आ रही है.
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