Bareilly News: बॉलीवुड स्टार शाहरुख खान की फिल्म जवान जल्द लॉन्च होने वाली है. इस फिल्म में बरेली के अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर प्रोफेसर वसीम बरेलवी के भी एक शेर का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस शेर को लेकर शाहरुख खान और वसीम बरेलवी के बीच फोन पर भी बात हुई, जिसके बाद वसीम बरेलवी ने अपने शेर को बदलाव के साथ फिल्म में इस्तेमाल करने की इजाजत दे दी.
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शेर में बदलाव करने के लिए किंग खान ने खुद किया फोन
मिली जानकारी के मुताबिक, शाहरुख खान की फिल्म में वसीम बरेलवी का एक शेर इस्तेमाल किया जा रहा है. मगर इस शेर के साथ थोड़ा बदलाव भी किया जा रहा है. इसको लेकर पहले वसीम बरेलवी ने फिल्म प्रोडक्शन वालों को साफ मना कर दिया था और कह दिया था कि उनके शेर के साथ छेड़छाड़ ना की जाए.
बता दें कि फिर शाहरुख खान ने वसीम बरेलवी को खुद फोन किया और उनसे शेर के साथ थोड़ा बदलाव करने की इजाजत मांगी. इसके बाद वसीम बरेलवी शेर के साथ बदलाव करने के लिए राजी हो गए और उन्होंने अपने प्रसिद्ध शेर के साथ बदलाव की इजाजत शाहरुख को दे दी.
17 मिनट तक की दोनों ने आपस में बात
मिली जानकारी के मुताबिक, शाहरुख खान ने वसीम बरेलवी के साथ करीब 17 मिनट तक फोन पर बात की. इस दौरान शाहरुख ने वसीम साहब से गुजारिश की कि वह शेर के साथ बदलाव की मंजूरी दे दें. मिली जानकारी के मुताबिक, इस बातचीत के दौरान शाहरुख खान ने प्रोफ़ेसर वसीम बरेलवी को पूरा भरोसा दिलाया कि फिल्म में पूरा शेर पढ़ा जाएगा.
बता दें कि पहले तो वसीम बरेलवी ने शाहरुख को भी शेर के साथ बदलाव की इजाजत नहीं दी. मगर शाहरुख के काफी गुजारिश करने के बाद और ये भरोसा दिलाने के बाद कि शेर का पूरा इस्तेमाल किया जाएगा और आपकी कलम का सम्मान रखा जाएगा, फिर जाकर वसीम बरेलवी ने शाहरुख खान को शेर के साथ बदलाव करने की इजाजत दे दी.
इस शेर को लेकर था पूरा मामला
दरअसल ये पूरा मामला वसीम बरेलवी के प्रसिद्ध शेर “उसूलों पर जहां आंच आए टकराना जरूरी है, जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है.” को लेकर था. इस शेर का इस्तेमाल शाहरुख की फिल्म जवान में किया जा रहा है. मगर स्क्रिप्ट की मज़बूरी के चलते गाने में शेर के एक शब्द को बदल दिया गया है. इसकी इजाजत के लिए ही शाहरुख ने वसीम बरेलवी को फोन किया था.
शाहरुख ने ट्वीट कर धन्यवाद भी किया
बता दें कि शाहरुख खान ने इसके बाद एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में उन्होंने वसीम बरेलवी को धन्यवाद भी कहा. नीचे देखिए ये ट्वीट
शेर में ‘बंदा’ जोड़ा गया
बता दें कि फिल्म में इस शेर के एक शब्द को हटाया गया है. असरी शेर “उसूलों पर जहां आंच आए टकराना जरूरी है, जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है.” है तो वहीं फिल्म में इस इसमें बंदा जोड़ा गया है. “उसूलों पर जहां आंच आए टकराना जरूरी है, जो बंदा जिंदा हो तो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है.”
जगजीत सिंह भी इस्तेमाल कर चुके हैं प्रोफेसर वसीम का शेर
यूपीतक से बातचीत के दौरान वसीम बरेली ने बताया कि मशहूर गायक जगजीत सिंह भी अपनी एक एल्बम में उनका शेर इस्तेमाल कर चुके हैं. जगजीत सिंह ने खुद एक वीडियो संदेश जारी करके शेर में तब्दीली के लिए माफी भी मांगी थी, क्योंकि उन्होंने इन के शेर के कुछ शब्दों में बदलाव कर दिया था.
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