गरीबी से तंग 6 बच्चों के पिता ने दी जान, रोटी के लिए तरसा परिवार, बस्ती पुलिस बनी सहारा

संतोष सिंह

• 04:53 AM • 03 Jun 2023

Basti News: गरीबी जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप है. गरीबी इंसान को वो दिन दिखा देती है, जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की होगी.…

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Basti News: गरीबी जीवन का सबसे बड़ा अभिशाप है. गरीबी इंसान को वो दिन दिखा देती है, जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की होगी. और अगर गरीबी के साथ कर्ज भी आ जाए तो पूरा परिवार ही बर्बादी की कगार पर आ जाता है. आज हम आपको एक ऐसी घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे पढ़ आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि गरीबी इंसानी जिंदगी का कितना बड़ा अभिशाप है. 

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उधारी और गरीबी की वजह से लगा ली फांसी और परिवार हो गया बर्बाद

दरअसल ये पूरा मामला बस्ती जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र के कचरीकुंड गांव से सामने आया है. मिली जानकारी के मुताबिक, यहां रहने वाला विनय पेशे से मजदूर था. विनय के परिवार में पत्नी, 6 बच्चे और बुजुर्ग पिता थे. वह दिहाड़ी मजदूरी करके किसी तरह से अपने परिवार का पेट पाल रहा था. उसके ऊपर बुजुर्ग पिता समेत 6 बच्चों की जिम्मेदारी भी थी. 

विनय कितनी भी मेहनत करता. मगर उसकी आर्थिक चुनौतियां खत्म नहीं हो रही थी. इसी बीच विनय ने परिवार का पेट पालने के लिए कर्ज भी ले लिया. फिर वह कर्ज के जंजाल में फंसता चला गया. दिनों दिन उधारी का बोझ बढ़ता चला गया. उसने उधारी के दलदल से बाहर निकलने की कई बार कोशिश की. मगर वह नहीं निकल पाया.  

काफी कोशिश के बाद भी विनय उधारी और गरीबी से जीत नहीं पाया. आखिर में उसने अपने घर पर ही कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मौत की खबर से परिवार में कोहराम मच गया. विनय अपने पीछे अपनी पत्नी, 6 मासूम बच्चों और बुजुर्ग पिता को अकेला छोड़ गया. 

बस्ती पुलिस मदद के लिए आगे आई 

विनय की मौत के बाद उसकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. वह समझ नहीं पा रही है कि वह अपने परिवार का पालन पोषण कैसे करें? गरीबी और कर्ज से वैसे ही परिवार टूट गया है. मिली जानकारी के मुताबिक, विनय की मौत के बाद 1 समय की रोटी की भी दिक्कत परिवार के सामने आने लगी. पैसों की कमी से घर का चूल्हा भी बंद हो गया.

मिली जानकारी के मुताबिक, अब इस परिवार की मदद के लिए बस्ती पुलिस सामने आ गई है. जैसे ही परिवार की हालत के बारे में कप्तानगंज के थानाध्यक्ष रोहित कुमार को जानकारी हुई, वह विनय के घर पहुंचे. पुलिसकर्मियों की सहायता से विनय के परिवार को राशन उपलब्ध करवाया गया और उनकी मदद की गई.

इस दौरान थानाध्यक्ष ने परिवार को यह भी भरोसा दिलाया कि अगर उन्हें आगे भी किसी प्रकार की जरूरत होती है तो वह बिना सोचे समझे हमें जानकारी दें. हम लोग आपकी परेशानी को दूर करने की कोशिश करेंगे. बस्ती पुलिस की इस कोशिश को देखकर विनय के बुजुर्ग पिता भावुक नजर आए. उन्होंने पुलिसकर्मियों के सिर पर हाथ रखकर उन्हें अपना आशीर्वाद भी दिया.

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