Abbas Ansari News: गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने मऊ सदर सीट से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी के एक पुराने आपराधिक मामले में आज यानी 18 अगस्त को फैसले की तारीख मुकर्रर की है. आपको बताते चलें कि मऊ विधायक अब्बास अंसारी माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे हैं और विभिन्न आपराधिक मामलों में यूपी की कासगंज की जेल में बंद हैं. उनके ऊपर मऊ, लखनऊ और गाजीपुर में कई आपराधिक मुकदमे कोर्ट में लंबित हैं, जिनमें एक मामला गजल होटल लैंड डील से जुड़ा हुआ है.
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दो साल से ज्यादा सजा मिलने पर अब्बास…
गजल होटल माफिया मुख्तार अंसारी के बेटों अब्बास और उमर अंसारी के नाम से खरीदा गया था, तब ये लोग नाबालिग थे. कस्टोडियन के रूप में उनकी मां अफ्शा अंसारी भी इस मुकदमे अब्बास और उमर के साथ आरोपी हैं. बता दें कि अगर इस मामले में अब्बास को 2 साल से ज्यादा की सजा हो जाती है तो उनकी विधायकी भी जा सकती है.
शासकीय अधिवक्ता ADGC क्रिमनल नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि ‘अब्बास के नाबालिग होने के कारण यह मामला गाजीपुर की जुवेनाइल कोर्ट में चल रहा था. जहां पर इनके द्वारा जमानत की अर्जी दी गई थी. लेकिन उसे 6 जून को निरस्त कर दिया गया, जिसके बाद अब्बास अंसारी ने 14 जून को जिला जज के यहां अपील की. फिर यह मामला पॉक्सो कोर्ट को ट्रांसफर हुआ और फिर उसके बाद ये मामला पिछले दिनों गाजीपुर की एमपी एमएलए कोर्ट में ट्रांसफर हुआ है.
उन्होंने आगे बताया, “इसपर जज ने अब्बास अंसारी के जमानत अर्जी की सुनवाई पूर्ण करते हुए आज यानी 18 अगस्त को फैसले की तारीख लगाई है.’
मुख्तार है बांदा जेल में बंद
उल्लेखनीय है कि अब्बास अंसारी पहले से ही कासगंज जेल में बंद हैं, पिता मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद है और छोटा भाई ऊमर और मां अफ्शा अंसारी फरार हैं. वहीं, पत्नी हालिया चित्रकूट जेल से रिहा हुई है. मालूम हो कि गाजीपुर सदर कोतवाली क्षेत्र के पॉश इलाके में बना गजल होटल का कुल रकबा 381 वर्ग मीटर है, जिसकी कीमत लगभग सवा दो करोड़ रुपये आंकी जाती है. सरकारी मुकदमो के अनुसार जो गैरकानूनी तरीके से निर्माण किया गया था, उसपर बीते साल 2020 में बुल्डोजर एक्शन भी हो चुका है.
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