Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के फतेहपुर गांव में जमीनी विवाद में हुए हत्याकांड (Deoria Murder Case) के बाद अब प्रशासन एक्शन की तैयारी में है. राजस्व विभाग ने पूर्व जिला पंचायत सदस्य मृतक प्रेमचंद यादव के मकान और जमीन की पैमाइश पूरी करके कोठी पर मार्किंग कर दी है. बताया जा रहा है कि मृतक प्रेमचंद की आलीशान कोठी बंजर जमीन पर कब्जा करके बनाई गई है. राजस्व विभाग की टीम फील्ड बुक तैयार करने में जुट गई है. जल्द ही प्रेमचंद की कोठी पर बुलडोजर चलाने का आदेश जारी हो सकता है.
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आलीशान कोठी पर जल्द चलेगा बुलडोजर!
प्रेमचंद यादव के अधिवक्ता गोपीनाथ यादव ने बताया कि मार्किंग करने से आदेश थोड़ी ना जारी हो जाएगा. इसमें पत्रावली तैयार की जाएगी, जिसके बाद उनके द्वारा द्वारा आपत्ति दाखिल की जाएगी. इसके अलावा प्रेमचंद यादव की बेटियां और पत्नी ने गलत नापी का भी आरोप लगाया है. उनका कहना है कि उनके चाचा राम जी यादव जेल में हैं. उन्हें लाया जाए. वह जो भी कहेंगे हम उसे ही मानेंगे. तो वहीं, सपा के युवजन सभा के प्रदेश सचिव महेश यादव ने बताया कि प्रशासन द्वारा पूरा मकान ही बंजर जमीन में होना बताया जा रहा है. जबकि, यह प्रेमचंद यादव के पिता राम भवन यादव जो कि फौज से रिटायर्ड हैं उनके द्वारा बनाया गया है. हमारी विनती है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन अनाथ बेटियों के साथ न्याय करें.
गांव में धारा-144 लागू
वहीं, दूसरी तरफ अपर जिलाधिकरी गौरव श्रीवास्तव ने फतेहपुर गांव में धारा 144 लागू कर दी है जो एक महीने के लिए प्रभावी होगी. यहां धरना प्रदर्शन जुलूस पर प्रतिबंध लगाया गया है. बता दें कि देवरिया के फतेहपुर गांव में सत्य प्रकाश दुबे और उनके परिवार के चार सदस्यों की हत्या के मामले में पुलिस ने जहां एक तरफ सत्य प्रकाश के बेटे ने यह आरोप लगाया कि मृतक प्रेम चंद यादव पूर्व जिला पंचायत सदस्य जो दबंग और मनबढ़ किस्म का व्यक्ति था, उसने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करके आलीशान कोठी बनवाई है. यही नही उसके पिता सत्य प्रकाश दुबे ने भी इसकी शिकायत पहले की थी लेकिन कोई कार्रवाई नही हो सकी थी.
नोटिस किया गया था जारी
प्रशासन ने 4 अक्टूबर को प्रेम चंद के मकान व जमीन की पैमाइश कराई गई. उसके बाद दो दिन बाद प्रेम चंद पुत्र राम भवन के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मकान पर एक नोटिस चस्पा कर दिया गया. 7 अक्टूबर को तहसीलदार के कोर्ट में प्रस्तुत होकर आपत्ति दाखिल करने के लिए कहा गया. कोर्ट में जाने पर पता चला कि दो नोटिस और जारी की गई है, जो बैक डेट में है वो साइलेंट है. जिसके बारे में बताया ही नहीं गया.
आदेश का इंतजार
तहसीलदार द्वारा नौ अक्टूबर को स्थलीय निरीक्षण करने का आदेश दिया गया और जब SDM, तहसीलदार,नायब तहसीलदार लेखपाल व कानूनगों की टीम पहुंची तो इलाके के लोगों द्वारा हंगामा व नारेबाजी करते हुए इसका जमकर विरोध किया. लेकिन पुलिस ने भीड़ को लाठी भांजते हुए तीतर- बीतर किया और पैमाइश की प्रक्रिया पूरी हुई. फिलहाल अब इसमें आदेश होना बाकी है जैसे ही डेट जारी होगा मकान ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी.
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