Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश में गाड़ियों पर लिखे जाति सूचक, संप्रदाय सूचक और पदनामों को हटाने का अभियान चलाया जा रहा है. सरकार इस अभियान को लेकर सख्त बनी हुई है. मगर ऐसा लग रहा है कि यूपी सरकार के इस अभियान को सरकारी लोग खुद नहीं मान रहे हैं. दरअसल यूपी के लखीमपुर खीरी जिले से कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है.
ADVERTISEMENT
यहां यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर की गाड़ी पर ही ‘ठाकुर साहब’ लिखा हुआ था. इंस्पेक्टर साहब गाड़ी पर बैठकर पूरी शान से घूम रहे थे. मानो उन्हें पता ही नहीं था कि यूपी सरकार इसको लेकर अभियान चला रही है. मगर UP Tak की नजर अचानक इस गाड़ी पर पड़ गई. जब UP Tak ने इंस्पेक्ट साहब से पूछा कि उनकी गाड़ी में ये ‘ठाकुर साहब’ क्यों और कैसे लिखा हुआ है?
इंस्पेक्टर साहब ने दिया ये जवाब
UP Tak के सवाल पर इंस्पेक्टर साहब ने कहा कि हमारे बेटे ने ये लिखवा दिया है. हम इसको आज ही हटवा देंगे. दरअसल सब इंस्पेक्टर अंगद सिंह 2 दिन पहले ही उन्नाव से ट्रांसफर होकर यहां आए हैं. मगर यहां आते ही UP Tak की नजर उनकी गाड़ी पर लिखे ‘ठाकुर साहब’ पर पड़ गई.
इंस्पेक्टर ने UP Tak से कहा कि यह गलत लिखा है. यह हमारे लड़के ने लिखवा दिया था. इसको अब मिटवा देंगे. मगर सवाल यह उठता है कि जब नियम कानून का पालन कराने वाले लोग ही नियम कानून का उल्लंघन करेंगे तो आखिर बदलाव कैसे आएगा?
ADVERTISEMENT