Jyoti Maurya News: उत्तर प्रदेश की पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्य और उनके पति आलोक मौर्य के बीच का विवाद लगातार सुर्खियों में छाया हुआ है. पति-पत्नी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है और दोनों ने ही एक दूसरे के खिलाफ केस दर्ज करा दिया है. इस बीच यूपी तक की टीम ने आलोक मौर्य के मूल निवास स्थान आजमगढ़ के मेघनगर तहसील अंतर्गत बछवल गांव पहुंचकर वहां के लोगों से इस विवाद को समझने की कोशिश की. ज्यादातर लोगों का यही मानना था कि आलोक और उनके पिता ने ज्योति को पढ़ाकर इस काबिल बनाया, मगर उन्होंने बाद में जो किया वह गलत है.
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जानिए गांववासियों ने क्या कहा?
नरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ गुड्डू नामक शख्स ने कहा, “एक पति ने अगर अपनी पत्नी को श्रम करके शिक्षा दी और आज उसके साथ ऐसा हो तो यह अच्छा है क्या? आलोक ने 10-15 साल अपनी कमाई लगाई, तब उस स्थिति में आप न यहां तक पहुंचीं हैं ज्योति मौर्य जी?”
विजय शंकर पांडेय नामक बुजुर्ग शख्स ने कहा, “ये जो भी हुआ है गलत हुआ है. मास्टर साहब (आलोक के पिता) इस गांव के सज्जन व्यक्ति हैं. उन्होंने अपने खून पसीने की कमाई अपनी बहू के सामने न्योछावर कर दी. ज्योति की इतनी अर्थव्यवस्था नहीं थी कि वह यहां तक पहुंच पातीं.”
वहीं, डॉक्टर दुर्गा प्रसाद अस्थाना ने कहा, “इस घटना को हम बहुत दुर्भाग्यपूर्ण मानते हैं. मुरारी मास्टर ने अपनी बहू को पढ़ाया, पति ने भी उसमें सहयोग किया. अगर ज्योति को नहीं पढ़ाया जाता तो वह इसी गांव में रहतीं. महत्वपूर्ण बात यह है कि जिस परिवार, ससुर और पति ने आपको उठाया और जब आप एक पद पहुंच गईं फिर आप अपने पति को हिकारत की नजर से लगीं. हमारे गांव की नाक कटी है, गांव के सभी लोग दुखी हैं.”
ज्योति-आलोक की शादी का कार्ड हो रहा वायरल
इस बीच ज्योति मौर्य और आलोक मौर्य की शादी का साल 2010 का कार्ड वायरल हो गया है. इसमें आलोक के नाम के साथ ग्राम पंचायत अधिकारी लिखा हुआ है. जबकि वह प्रयागराज में पंचायती राज विभाग में चतुर्थ श्रेणी के पद पर कार्यरत हैं. बता दें कि आलोक मौर्य की पत्नी ज्योति मौर्य वर्तमान में बरेली की एक शुगर मिल में जीएम के पद पर तैनात हैं. वाराणसी की रहने वालीं PCS अधिकारी ज्योति ने पति और उनके परिवार पर दहेज मांगने का आरोप लगाया है. वहीं, आलोक का आरोप है कि ज्योति ने उनकी हत्या की साजिश रची है.
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