सपा-कंग्रेस की लड़ाई MRI और X RAY पर आई, जातिगत जनगणना पर अखिलेश ने राहुल गांधी को घेरा

यूपी तक

• 04:55 AM • 14 Nov 2023

Uttar Pradesh News : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सियासी तपिश बढ़ गई है. राजनीति दलों के नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी तेज…

अखिलेश की बात काट कांग्रेस ने उतारे सपा के खिलाफ प्रत्याशी, MP चुनावों में भी भिड़े ये दो दल

अखिलेश की बात काट कांग्रेस ने उतारे सपा के खिलाफ प्रत्याशी, MP चुनावों में भी भिड़े ये दो दल

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Uttar Pradesh News : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 को लेकर सियासी तपिश बढ़ गई है. राजनीति दलों के नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. मंगलवार को मध्य प्रदेश के कटनी में समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कांग्रेस और बीजेपी दोनों पर जमकर हमला बोला है. कटनी जिले के बहोरीबंद में एक रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर भी तंज कसा और कहा कि पार्टी द्वारा जाति जनगणना की मांग एक चमत्कार है.

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सपा-कंग्रेस की लड़ाई MRI और X RAY पर आई

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जातीय सर्वे पर कांग्रेस की कथित दोहरी नीति और मंशा को लेकर घेरा. अखिलेश यादव ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की उस टिप्पणी पर कटाक्ष किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि जाति जनगणना एक एक्स-रे की तरह होगी जो देश में विभिन्न समुदायों का विवरण देगी. अखिलेश यादव ने तंज कसा कि जब एमआरआई (मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग) और सीटी (कंप्यूटेड टोमोग्राफी) स्कैन जैसी नई तकनीक उपलब्ध है तो एक्स-रे क्यों?”

अखिलेश ने राहुल गांधी को घेरा

समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को कहा कि आधार कार्ड तंत्र की उपलब्धता के कारण जाति जनगणना तीन महीने में पूरी की जा सकती है. कांग्रेस वह पार्टी है जिसने आज़ादी के बाद जातीय जनगणना नहीं कराई…आज क्यों जातीय गणना कराना चाहते हैं? क्योंकि वो जानते हैं कि उनका Traditional वोट उनके पास नहीं है, वो पिछड़े, दलित, आदिवासी की तरफ़ देख रहे हैं.

इंडिया गठबंधन पर सवाल?

वहीं इंडिया गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने दो टूक जवाब देते हुए कहा कि,’ इंडिया गठबंधन को आगे देखा जाएगा.’दरअसल, इंडिया गठबंधन में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस दोनों सहयोगी दल हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इन दोनों दलों के बीच गठबंधन का कोई फॉर्मूला नहीं बन सका. ऐसे में समाजवादी पार्टी ने अकेले ही चुनावी बिगुल फूंक दिया.

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