बीजेपी ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है. पार्टी ने यूपी से आरपीएन सिंह, डॉक्टर सुधांशु त्रिवेदी, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, डॉक्टर संगीता बलवंत और नवीन जैन को प्रत्याशी घोषित किया है.
ADVERTISEMENT
बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा उत्तर प्रदेश विधान सभा के निर्वाचित सदस्यों द्वारा राज्यसभा के 10 सदस्यों के द्विवार्षिक निर्वाचन के लिए कार्यक्रम निर्धारित किया गया था. इन सभी सदस्यों का कार्यकाल आगामी 2 अप्रैल, 2024 को समाप्त हो रहा है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री नवदीप रिणवा ने बताया कि आगामी 2 अप्रैल, 2024 को उत्तर प्रदेश से राज्यसभा के 10 सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, जिसके लिए निर्वाचन हेतु आयोग ने कार्यक्रम निर्धारित किया है. उत्तर प्रदेश से बीजेपी सदस्य अनिल अग्रवाल, अशोक बाजपेयी, अनिल जैन, कांता कर्दम, सकलदीप राजभर, जीवीएल नरसिम्हा राव, विजय पाल सिंह तोमर, सुधांशु त्रिवेदी और हरनाथ सिंह यादव और समाजवादी पार्टी सदस्य जया बच्चन सेवानिवृत्त हो रहे हैं.
बीजेपी और सपा के बीच सीधे लड़ाई
राज्यसभा में उत्तर प्रदेश से जुड़ी 10 सीटें खाली हो रही है, जिसमें सीटों को लेकर एक बार फिर बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच सीधी लड़ाई है. हालांकि, अंक गणित के हिसाब से फिलहाल के तौर पर दोनों पार्टियों सात और तीन सांसद मिलने की उम्मीद है. फिलहाल इनमें सर्वाधिक नौ सीटें बीजेपी के पास हैं और एक सीट पर सपा के खाते में है. जिसका समीकरण इस बार बदलने जा रहा है. चुनाव प्रक्रिया को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग ने घोषणा कर दी है. 27 फरवरी को मतदान होना है.
राज्यसभा में किसकी होगी वापसी?
भारतीय जनता पार्टी इस बार नौ में से विधायकों की संख्या के आधार पर सात सीटें ही जीत पाएगी. 2022 में विधायकों की संख्या बढ़ने पर सपा को एक की जगह तीन सीटें प्राप्त हो सकती हैं.
सपा की बढ़ेगी सीट!
वहीं इस पर पार्टी सूत्रों के मुताबिक इन सीटों के लिए भाजपा के बड़े-बड़े नेता फेहरिस्त में हैं. माना जा रहा है कि सदन में विधायकों की स्थिति को देखते हुए इस बार बीजेपी अपनी 9 में से दो सीटें बचा नहीं पाएगी. पार्टी ने पिछली बार जब यह 9 सीटें जीती थीं तो उसके करीब 325 विधायक थे. 2022 के चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी के पास यह संख्या करीब पौने दो सौ की रह गई है. जिसके चलते पार्टी के पास और जरूरी आंकड़ा नहीं है. वहीं समाजवादी पार्टी अपने सहयोगी सांसद विधायकों को मिलाकर 119 पर है जिनकी मौजूदा स्थिति में तीन सांसदों की एंट्री राज्यसभा में तय मानी जा रही है.
यहां समझे अंकों की गणित
राज्यसभा चुनाव की अधिसूचना के मुताबिक 15 फरवरी को नामांकन की अंतिम तिथि के बाद 16 को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 20 फरवरी को नाम वापसी का दिन है. 27 फरवरी को सुबह नौ बजे से चार बजे तक मतदान होगा. इसी दिन शाम पांच बजे से मतगणना होगी. इस समय विधानसभा में चार सीटें रिक्त होने के कारण 399 विधायक हैं. ऐसे में हर सीट पर जीत के लिए 37 विधायकों का वोट चाहिए. भाजपा व उसके सहयोगी दलों को मिलाकर कुल 277 विधायक है तो सात सीट जीतने के लिए जरूरी 259 वोट आसानी से जुट जाएंगे.
ADVERTISEMENT