Uttar Praesh News : बांग्लादेश में बीते दिनों शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो गया था. इसके बाद शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद भारत आ गईं. हालांकि, उनके सत्ता से हटते ही बांग्लादेश में हिंसा का भयानक दौर शुरू हो गया. देश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर जुल्म होने लगे. वहीं बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख और पूर्व सीएम मायावती द्वारा बांग्लादेश में हिंदुओं और अल्पसंख्यकों पर हिंसा के संदर्भ में प्रतिक्रिया देने के कुछ घंटे बाद आजाद समाज पार्टी प्रमुख चंद्रशेखर आजद ने भी टिप्पणी की है.
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मायावती और चंद्रशेखर ने दी ऐसी प्रतिक्रिया
बसपा सुप्रीमो मयावती ने लिखा कि, बांग्लादेश में रह रहे हिन्दू समाज व अन्य अल्पसंख्यक चाहे वो किसी भी जाति व वर्ग के हों उन पर पिछले कुछ दिनों से हो रही हिंसा अति-दुःखद एवं चिन्तनीय. इस मामले को केन्द्र सरकार गम्भीरता से ले व उचित कदम उठाये, वरना इनका ज्यादा नुकसान ना हो जाये. वहीं भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने अपने पोस्ट में लिखा कि, 'बांग्लादेश में धार्मिक अल्पसंख्यकों, खासकर भारतीयों पर लगातार हमला हो रहा है, यह बर्दाश्त योग्य नहीं है. भारत सरकार कुछ ठोस निर्णय लें. पूरा देश निर्णय के साथ खड़ा होगा. हमारी पार्टी हर प्रकार के शोषण, अत्याचार के खिलाफ जाति, धर्म, लिंग, भाषा, क्षेत्र, के बंधन से ऊपर उठकर अपनी आवाज बुलंद करेंगी। दुनिया में कहीं भी, किसी भी भारतीय पर अत्याचार आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) बर्दाश्त नहीं करेगी.'
बांग्लादेश में जारी है हिंसा
बता दें हिंसा और अराजकता के बाद शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर बांग्लादेश छोड़ दिया था. उनके बांग्लादेश छोड़ने के बाद सेना ने देश की कमान संभाली थी. राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अंतरिम सरकार का गठन हुआ.मोहम्मद यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली. वहीं नई सरकार के गठन के बाद बांग्लादेश से हिंदुओं के खिलाफ हिंसा की कई वीडियो सामने आई हैं. मीडिया रिपोर्ट की माने तो वहां हिंदू मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है.
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