Chandra Shekhar Azad News: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्ट (भाजपा) ने दलित वोट बैंक पर निशाना साधने के लिए ‘मास्टर प्लान’ तैयार किया है. यूपी में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के वोट बैंक माने जाने वाले दलित वोटों में पिछले दो चुनावों में सेंधमारी कर चुकी भाजपा अब दलित वोटों को अपने पाले के बनाए रखना चाहती है. इसके लिए पार्टी के अनुसूचित वर्ग सम्मेलनों की शृंखला 17 अक्तूबर से हापुड़ से शुरू हो गई है और आज यानी 19 अक्तूबर को अलीगढ़ में सम्मलेन होगा. मगर अब आजाद समाज पार्टी के मुखिया और भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर ने भाजपा के इस ‘मास्टर प्लान’ पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा केवल दलितों के वोट झटकने के लिए चुनावी प्रेम दिखा रही है.
ADVERTISEMENT
चंद्रशेखर ने ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा, “आरक्षण विरोधी नीतियां. प्रमोशन में आरक्षण की खिलाफत. संविधान बदलने के षड्यंत्र. जातिगत जनगणना का विरोध. जनसंख्या के अनुपात में हिस्सेदारी देने का विरोध. भाई रोहित वेमुला, पायल, डेल्टा मेघवाल की संस्थागत हत्या. 2 अप्रैल 2018 भारत बंद आंदोलन में दलितों का दमन. दलित, आदिवासियों के चेहरे पर पेशाब करने वाले. 69000 शिक्षक भर्ती घोटाले करने वाले. बहिन मनीषा बाल्मीकि का आरोपियों का समर्थन करने वाले भाजपाइयों का ये दलित सम्मेलन नही बल्कि शिकारी द्वारा लगाया मचान है पर अब बहुत हुआ शिकारी का दाना डाल के शिकार करने का खेल!”
उन्होंने आगे कहा, “ये केवल दलितों के वोट झटकने के लिए चुनावी प्रेम दिखा रहे हैं. अब इनके इस झांसे में बहुजन समाज आने वाले नहीं हैं. एससी, एसटी, ओबीसी वर्ग के लोगों को चुनावी मौसम में इन ढोंगियों से बचकर रहना होगा, हमारी वोट लेकर हमें ही चोट देने वालों से बहुजनों को अब सावधान रहना होगा. यह दलित सम्मेलन नही, दलितों का दमन करने वालों का सम्मेलन है.
क्या है भाजपा की योजना?
लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी रणनीतिकारों ने दलित वोटरों को साधने के लिए सम्मेलनों की योजना तैयार की है. 17 अक्तूबर को अनुसूचित वर्ग सम्मेलनों की शुरूआत हापुड़ से हो गई है. इसके बाद आज यानी 19 अक्तूबर को ब्रज क्षेत्र का सम्मेलन अलीगढ़ में होगा, जबकि 28 अक्तूबर को कानपुर में बुंदेलखंड क्षेत्र का सम्मेलन होगा. 30 अक्तूबर को काशी क्षेत्र का सम्मेलन प्रयागराज में, 2 नवंबर को अवध क्षेत्र का सम्मेलन लखनऊ में और 3 नवंबर को गोरक्ष क्षेत्र का अनुसूचित वर्ग सम्मेलन गोरखपुर में होगा.
ADVERTISEMENT