समाजवादी पार्टी गठबंधन ने गुरुवार को राज्यसभा के तीसरे कैंडिडेट के रूप में राष्ट्रीय लोकदल चीफ जयंत चौधरी के नाम का ऐलान किया. इससे पहले इस बात की चर्चा थी कि डिंपल यादव राज्यसभा जाएंगी. बुधवार तक यह लगभग तय था कि डिपंल गुरुवार को अपना नामांकन करेंगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अचानक जयंत चौधरी के नाम का ऐलान हो गया.
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दरअसल कपिल सिब्बल के सपा के समर्थन से निर्दलीय प्रत्याशी बनने के बाद हालात बदलने लगे. इसके बाद चर्चा जयंत चौधरी के खेमे में शुरू हो गई कि उनके साथ एक बार फिर धोखा हुआ है. ऐसे में गुरुवार को समाजवादी पार्टी ने तमाम अटकलों को विराम लगाते हुए एक बड़ा फैसला ले लिया और जयंत चौधरी को आरएलडी और समाजवादी पार्टी के गठबंधन का संयुक्त उम्मीदवार बनाने का ऐलान कर दिया.
इससे साफ हो गया कि अब डिंपल यादव राज्यसभा नहीं जा रही हैं. ऐसे में चर्चा इस बात की चल पड़ी है कि क्या 23 जून को होने वाले उपचुनाव में डिंपल यादव आजमगढ़ से उम्मीदवार होंगी? सूत्रों के मुताबिक अखिलेश यादव ने भले ही आजमगढ़ लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देकर विधानसभा सदस्यता को प्राथमिकता दी है, लेकिन वह इस सीट पर अपना पारिवारिक दावा कतई नहीं छोड़ना चाहते.
ऐसे में अब यह माना जा रहा है कि डिंपल यादव को समाजवादी पार्टी आजमगढ़ से लोकसभा उपचुनाव में मैदान में उतार सकती है. आजमगढ़ की सीट छोड़ने के बाद अखिलेश यादव कई बार आजमगढ़ का दौरा कर चुके हैं और कार्यकर्ताओं का मन भी टटोल चुके हैं. ऐसे में आने वाले वक्त में यह देखना रोचक होगा कि आखिर आजमगढ़ लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए अखिलेश अंतिम निर्णय क्या लेते हैं.
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