लखीमपुर हिंसा: राहुल बोले- खुद को कानून से ऊपर समझ रहे मंत्री का इस्तीफा लेकर ही दम लेंगे

यूपी तक

• 01:08 PM • 15 Dec 2021

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर कांग्रेस केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमलावर दिख रही है. कांग्रेस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय…

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लखीमपुर खीरी हिंसा मामले को लेकर कांग्रेस केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमलावर दिख रही है. कांग्रेस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग तेज कर दी है.

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कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 15 दिसंबर को मंत्री टेनी को लेकर ट्वीट कर कहा है, ”ये मंत्री जो खुद को कानून से ऊपर समझ रहा है- इसका इस्तीफा लेकर ही दम लेंगे! लखीमपुर के पीड़ित परिवारों से हमारा वादा था- निभाएंगे.”

इस हिंसा के मामले को लेकर राहुल गांधी ने 15 दिसंबर को लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव भी पेश किया. इसमें राहुल ने लिखा, ”यूपी पुलिस की एसआईटी रिपोर्ट ने यह रेखांकित किया है कि किसानों का नरसंहार एक पूर्व-नियोजित साजिश थी, यह लापरवाही की घटना नहीं थी…सरकार को गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा को तुरंत बर्खास्त करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पीड़ितों के परिवारों को न्याय मिले.”

वहीं, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने टेनी के उस वीडियो को ट्वीट किया है, जिसमें वह पत्रकारों पर भड़कते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते दिख रहे हैं. इसके साथ ही प्रियंका ने लिखा है, ”अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त करो.”

दरअसल, 15 दिसंबर को मंत्री अजय मिश्रा लखीमपुर के ओयल में मदर चाइल्ड केयर के ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन करने पहुंचे थे. मौके पर मौजूद एक पत्रकार ने बताया कि जब टेनी से सवाल पूछा गया कि ”आपके बेटे पर (लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में) अन्य धाराएं बढ़ा दी गई हैं, इस पर क्या कहना है. बस इतनी बात पर वह (टेनी) भड़क गए.”

15 दिसंबर को ही मंत्री टेनी की बर्खास्तगी की मांग पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, ”जब सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार जांच चल रही है, तो इस प्रकार की बातें बेबुनियाद हैं.”

बता दें कि लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच कर रहे उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने हाल ही में अदालत से कहा था कि चार किसानों और एक पत्रकार की हत्या की घटना एक ‘‘सोची-समझी साजिश’’ थी. इसके साथ ही एसआईटी ने मामले में अधिक गंभीर आरोपों को शामिल किए जाने का अनुरोध किया था. मंत्री टेनी के बेटे आशीष मिश्रा इस मामले के 13 आरोपियों में शामिल हैं.

एसआईटी के आवेदन पर दलीलों को सुनने के बाद लखीमपुर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) चिंता राम ने एसआईटी को मुकदमे में हत्या के प्रयास की धारा समेत अन्य धाराएं जोड़ने की मंगलवार को इजाजत दे दी.

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