मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदवार डिंपल यादव सोमवार यानी आज अपना नामांकन पत्र दाखिल करने वाली हैं. नामांकन दाखिल करने से पहले डिंपल यादव सैफई में नेताजी मुलायम सिंह यादव के अंत्येष्टि स्थल पर पहुंचीं और वहां उन्हें प्रणाम किया.
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वहीं सोमवार को डिंपल के नामांकन से पहले सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के चाचा रामगोपाल यादव ने शिवपाल यादव को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है.
पत्रकारों ने जब रामगोपाल यादव से पूछा कि शिवपाल यादव अभी तक नामांकन स्थल पर नहीं पहुंचे हैं, तो इस पर उन्होंने कहा, “शिवपाल से पूछकर ही उम्मीदवार घोषित किया गया है. वो आए न आए उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. उनका बेटा आ रहा होगा डिंपल के साथ.”
नामांकन से पहले नेताजी का लिया आशीर्वाद
बता दें कि सोमवार को नामांकन से पहले डिंपल यादव अपने पति अखिलेश यादव के साथ सैफई में नेताजी की समाधि स्थल पहुंचीं और उन्हें नमन किया. डिंपल ने ट्वीट कर कहा, “नेताजी को सादर नमन के साथ, हम आज का नामांकन उनके सिद्धांतों और मूल्यों को समर्पित कर रहे हैं. नेताजी का आशीर्वाद हम सबके साथ हमेशा रहा है, हमेशा रहेगा.”
मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव पांच दिसंबर को होगा और परिणाम की घोषणा आठ दिसंबर को की जाएगी. इस उपचुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 नवंबर है.
मैनपुरी लोकसभा सीट पर 1996 से सपा के उम्मीदवार चुने जाते रहे हैं। दस अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यह सीट खाली हुई। डिंपल यादव 2019 में कन्नौज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार सुब्रत पाठक के खिलाफ चुनाव लड़ी थीं और हार गई थीं.
वर्ष 2019 में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने अपने निकटम प्रतिद्वंदी भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य से 94,000 मतों के अंतर से हराकर मैनपुरी सीट से चुनाव जीता था. डिंपल यादव की उम्मीदवारी को उनके ससुर मुलायम सिंह यादव की विरासत को आगे बढ़ाने के तौर पर देखा जा रहा है. साथ ही उम्मीदवार के तौर पर डिंपल का चयन पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का प्रयास है.
अखिलेश की करहल विधानसभा सीट, मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है और इसी तरह जसवंत नगर सीट से शिवपाल यादव प्रतिनिधित्व करते हैं. अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री बनने और विधान परिषद में जाने के लिए कन्नौज लोकसभा सीट से इस्तीफा देने के बाद 2012 में डिंपल यादव इस सीट से निर्विरोध चुन ली गई थीं.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में कुल 12.13 लाख मतदाताओं में करीब 35 प्रतिशत यादव हैं, जबकि अन्य मतदाताओं में शाक्य, ठाकुर, ब्राह्मण, अनुसूचित जाति और मुस्लिम शामिल हैं.
मैनपुरी विधानसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं जिनमें मैनपुरी, भोगांव, किशनी, करहल और जसवंत नगर शामिल हैं. 2022 के विधानसभा चुनावों में जहां सपा ने तीन सीटें- करहल, किशनी और जसवंत नगर जीती थीं, वहीं भाजपा ने दो सीटों- मैनपुरी और भोगांव पर जीत हासिल की थी.
मैनपुरी उपचुनाव: नामांकन से पहले पति अखिलेश संग मुलायम की समाधि पर पहुंचीं डिंपल यादव
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