मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव (Mainpuri By Election) को लेकर भाजपा (BJP) और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) आमने-सामने हैं. मैनपुरी उपचुनाव में जहां सपा अपना गढ़ बचाने की कोशिश कर रही है तो वहीं भाजपा सपा के गढ़ में सेंधमारी करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही है. मैनपुरी उपचुनाव में सपा ने जहां मुलायम सिंह यादव नेताजी (Mulayam Singh Yadav) की बहू और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की पत्नी डिंपल यादव (Dimple Yadav) को मैदान में उतारा है तो वहीं भाजपा ने शिवपाल यादव के राजनीतिक शिष्य रघुराज सिंह शाक्य (Raghuraj Singh Shakya) को अपना उम्मीदवार बनाया है.
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मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव को लेकर पुलिस-प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. इसी बीच सोशल मीडिया पर आज सुबह से एक कथित लिस्ट जमकर वायरल हो रही है. इस कथित सूची में चुनाव के दौरान जिन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगी थी उनके नाम थे और यह दिखाने की कोशिश की गई थी कि यादव और मुस्लिम पुलिसकर्मियों को ड्यूटी में जगह नहीं दी गई है. इस लिस्ट के सोशल मीडिया पर वायरल होते ही समाजवादी पार्टी ने भाजपा और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाने शुरू कर दिए थे.
इसी बीच इस कथित लिस्ट को लेकर मैनपुरी एसपी कमलेश दीक्षित का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि हमारे यहां कोई ऐसी लिस्ट नहीं आई है और ना ही हमने ऐसी कोई सूची जारी की है. हमारे यहां जाति के आधार पर किसी की ड्यूटी नहीं लगती है. हमारे यहां सभी पुलिस थानों में सभी जातियों के कर्मचारी अपनी जिम्मेदारी निभाते हैं. उन्होंने कहा कि हमारी तरफ से ऐसी कोई भी लिस्ट जारी नहीं की गई है.
जातियों के आधार पर लगाया था ड्यूटी का आरोप
आपको बता दें कि कथित लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सपा नेताओं ने आपत्ति जताना शुरू कर दिया था. इटावा के समाजवादी पार्टी के नेता और जिला पंचायत सदस्य सचिन यादव ने आपत्ति जताते हुए कहा था कि ‘भारतीय जनता पार्टी की सरकार तरह तरह के हथकंडे अपना रही है, एक सूची जो वायरल हो रही है उसमें पुलिसकर्मियों की जातियों के आधार पर ड्यूटी लगाई गई है. भारतीय जनता पार्टी की सरकार निष्पक्ष चुनाव न कराकर बेईमानी करना चाहती है. सरकारी व्यवस्थाओं का दुरुपयोग करने में लगी हुई है.’
मैनपुरी उपचुनाव में यादव-मुस्लिम पुलिसकर्मी की नहीं लगी ड्यूटी? वायरल लिस्ट ने मचाया हड़कंप
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