Mulayam Singh Yadav Death Anniversary: 'नेताजी' के वो 2 बयान जिन्होंने राजनीति में मचाया था बवाल

हर्ष वर्धन

10 Oct 2024 (अपडेटेड: 10 Oct 2024, 01:26 PM)

Mulayam Singh Yadav Death Anniversary: समाजवादी राजनीति के दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव की आज (10 अक्टूबर) दूसरी पुण्यतिथि है. आजादी के बाद जब-जब भारत की लोकतांत्रिक राजनीति का जिक्र आएगा, तब-तब मुलायम सिंह यादव का नाम पहली कतार के नेताओं में शुमार मिलेगा.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव.

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव.

follow google news

Mulayam Singh Yadav Death Anniversary: समाजवादी राजनीति के दिग्गज नेता मुलायम सिंह यादव की आज (10 अक्टूबर) दूसरी पुण्यतिथि है. आजादी के बाद जब-जब भारत की लोकतांत्रिक राजनीति का जिक्र आएगा, तब-तब मुलायम सिंह यादव का नाम पहली कतार के नेताओं में शुमार मिलेगा. मुलायम सिंह यादव की कहानी यह भरोसा दिलाती है कि देश का कोई भी आम शख्स सियासत की बुलंदियों को छू सकता है. भारत में सियासत की तकरीबन सभी बड़ी ऊंचाइयों को छूने वाले मुलायम सिंह यादव का सियासी जीवन तमाम किस्से कहानियों से भरा रहा है. मगर मुलायम सिंह के सियासी सफर में उनके 2 बयान ऐसे रहे जिन्होंने राजनीति में बवाल मचा दिया था. आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव के वे कौनसे दो बड़े बयान थे, जिनकी जमकर चर्चा हुई थी.

यह भी पढ़ें...

1. 'देश की एकता के लिए और भी मारना पड़ता तो सुरक्षा बल मारते.'

साल 1990 में जिस वक्त अयोध्या में कारसेवकों पर गोलियां चली थीं, उस समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव थे. कारसवेकों पर गोली चलने की घटना ने देश भर की सुर्खियों में अपनी जगह बनाई थी. इसे घटना को उस समय की विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने काफी बड़ा मुद्दा बनाया था. इस घटना को लेकर मुलायम सिंह यादव ने साल 2013 में एक बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि देश की एकता के लिए उनकी सरकार की पुलिस को गोली चलानी पड़ी थी.

सपा संरक्षक ने कहा था, ''मैंने साफ कहा था कि ये मंदिर-मस्जिद का सवाल नहीं है, देश की एकता का सवाल है. देश की एकता के लिए हमारी सरकार की पुलिस को गोली चलानी पड़ी. मुझे अफसोस है कि लोगों की जानें गईं.''

न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, 1990 की घटना को लेकर साल 2017 में मुलायम ने अपने 79वें जन्मदिन के मौके पर कहा, ''देश की एकता के लिए और भी मारना पड़ता तो सुरक्षा बल मारते.'' बाबरी मस्जिद को बचाने के लिए अपने कदम को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा, ''बहुत से मुसलमानों ने यह कहते हुए हथियार उठा लिए थे कि अगर उनकी आस्था की जगह खत्म हो गई, तो देश में क्या रहेगा?''  

 

 

मुलायम ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी नेता अटल बिहारी वाजपेयी ने एक चर्चा के दौरान कहा था कि अयोध्या में 56 लोग मारे गए. उन्होंने आगे कहा, ''मेरी उनसे बहस हुई थी. वास्तव में, 28 मारे गए थे. मुझे छह महीने बाद आंकड़े का पता चले और मैंने अपने तरीके से उनकी मदद की.''

2. 'लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं'

साल 2014 में मुरादाबाद में आयोजित एक रैली में मुलायम सिंह ने रेप के एक मामले का जिक्र करते हुए विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था,  "रेप के मामलों में फांसी की सजा देना गलत है. लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं. इसके लिए फांसी नहीं दी जानी चाहिए. कभी-कभी फंसाने के लिए भी लड़कों पर आरोप लगा दिया जाता है...लड़कों से गलतियां हो जाती हैं, ऐसे कानूनों को बदलने की जरूरत है."

 

 

हालांकि, ऐसा नहीं है कि अपने 52 साल के लंबे सियासी सफर में मुलायम सिंह ने ये ही दो विवादित बयान दिए थे, लेकिन उनके इन दो बयानों की सबसे ज्यादा चर्चा हुई. 

    follow whatsapp