UP Political News: सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य पर जमकर तीखा प्रहार किया है. राजभर ने कहा, “स्वामी प्रसाद मौर्य दिमागी दिवालियापन के शिकार हैं. क्योंकि जब यह बहुजन समाज पार्टी में थे, तो इनको ना तो दलितों, महिलाओं और ना ही पिछड़ों का ख्याल आया.”
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उन्होंने आगे कहा, “बहुजन समाज पार्टी की सरकार जाते ही स्वामी प्रसाद मौर्य रामम शरणम् गच्छामि के तहत राम की सरकार में चले गए. इन्होंने रामचरितमानस पर फूल चढ़ाया, राम राम जपा और पिछड़ों को लूटने का काम किया. फिर यह समाजवादी पार्टी में चले गए और जब देखा कि सरकार नहीं बन रही है तो कुछ विवादित बयान ही दिया जाए, लेकिन मुझे इन जैसे पढ़े लिखों पर हैरानी होती है.”
ओपी राजभर ने कहा, “संविधान की शपथ लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य मंत्री बने थे, लेकिन अब उसी संविधान को नहीं मान रहे हैं. यह मुद्दों से भटकाने की राजनीति है. सत्ता में रहने पर इन्हें शिक्षा बेरोजगारी जैसे मुद्दे याद नहीं आते हैं.”
इतना ही नहीं ओपी राजभर ने अडाणी पर भी निशाना साधते हुए कहा, “लाखों करोड़ों रुपये लेने वाले लोगों को डिफॉल्टर घोषित करके माफ कर दिया जा रहा है, लेकिन जो किसान लोन ले रहा है या बिजली के बिल का भुगतान नहीं कर पा रहा है, सरकार उनको भी कर डिफाल्टर घोषित करके माफ क्यों नहीं कर देती है?”
‘अखिलेश यादव खुद को शूद्र कहते हैं’ इस पर राजभर ने कहा, “मैंने समाजवाद की परिभाषा पढ़ी है. इसमें कहा गया है कि अपने नाम के आगे पीछे से जाति हटा दो तो अखिलेश यादव पहले खुद अपना नाम बदल दें, क्योंकि वह अपना नाम अखिलेश सिंह यादव लिखते हैं. यानी आधा क्षेत्रीय और आधा शुद्र?
अखिलेश यादव की तरफ से जातिगत जनगणना के समर्थन के सवाल ओपी राजभर ने कहा कि ‘ऐसे लोग सत्ता में होते हैं, तो ऐसी बातें नहीं करते हैं, लेकिन सत्ता से बाहर आते ही इनको चीजें याद आने लगती हैं. समाजवादी पार्टी की सरकार में ही प्रमोशन में आरक्षण को खत्म किया था.’
लखनऊ में रामचरितमानस की प्रतियां जलाने वालों पर रासुका के तहत कार्रवाई करने का ओपी राजभर ने समर्थन किया और बताया कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी ही चाहिए.
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