प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया. उन्होंने इस यूनिवर्सिटी और उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के मॉडलों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया. अलीगढ़ में पीएम मोदी के कार्यक्रम के वक्त यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे.
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उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए पीएम मोदी का यह दौरा काफी अहम माना जा रहा है. ऐसे में राजा महेंद्र प्रताप सिंह स्टेट यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी के संबोधन में बहुत हद तक चुनावी झलक दिखाई भी दी.
एक ऐसे वक्त में जब बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के 3 नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन जारी है और जिसका जाटों की अच्छी खासी आबादी वाले पश्चिमी यूपी में चुनावी असर पड़ सकता है, पीएम मोदी के भाषण में जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह और किसानों पर खास जोर दिखा. पीएम मोदी ने किसानों के बीच लोकप्रिय नेता रहे चौधरी चरण सिंह और बीजेपी का ओबीसी चेहरा रहे कल्याण सिंह का भी जिक्र किया. इसके अलावा उन्होंने गरीबों पर भी जोर देते हुए यूपी की मौजूदा योगी आदित्यनाथ सरकार की पीठ थपथपाई.
चलिए पीएम मोदी के भाषण की बड़ी बातों पर नजर दौड़ाते हैं:
किसानों को लेकर पीएम मोदी ने कहा,
”केंद्र सरकार का निरंतर प्रयास है कि छोटी जोत वालों को ताकत दी जाए. डेढ़ गुणा MSP हो, किसान क्रेडिट कार्ड का विस्तार हो, बीमा योजना में सुधार हो, 3 हजार रुपये की पेंशन की व्यवस्था हो, ऐसे अनेक फैसले छोटे किसानों को सशक्त कर रहे हैं… देश के जिन छोटे किसानों की चिंता चौधरी चरण सिंह जी को थी, उनके साथ सरकार एक साथी की तरह खड़ी रहे, ये बहुत जरूरी है. इसलिए केंद्र सरकार का निरंतर प्रयास है कि छोटी जोत वाले किसानों को ताकत दी जाए.”
अलीगढ़ में पीएम नरेंद्र मोदी
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि 2017 से पहले गरीबों की हर योजना में यूपी में रोड़े अटकाए जाते थे. उन्होंने कहा कि यूपी के लोग भूल नहीं सकते कि पहले यहां किस तरह के घोटाले होते थे. इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि योगी सरकार में गरीब की सुनवाई भी है, गरीब का सम्मान भी है.
उन्होंने कहा कि एक दौर था जब यहां शासन-प्रशासन, गुंडों और माफियाओं की मनमानी से चलता था, लेकिन अब वसूली करने वाले, माफियाराज चलाने वाले सलाखों के पीछे हैं.
अलीगढ़ में पीएम मोदी ने कहा,
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”मैं आज स्वर्गीय कल्याण सिंह जी की अनुपस्थिति बहुत ज्यादा महसूस कर रहा हूं. आज कल्याण सिंह जी हमारे साथ होते तो राजा महेंद्र प्रताप सिंह राज्य विश्वविद्यालय और डिफेंस सेक्टर में बन रही अलीगढ़ की नई पहचान को देखकर बहुत खुश हुए होते.”
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”आज देश के हर उस युवा को, जो बड़े सपने देख रहा है, जो बड़े लक्ष्य पाना चाहता है, उसे राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी के बार में अवश्य जानना चाहिए, अवश्य पढ़ना चाहिए. राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी के जीवन से हमें अदम्य इच्छाशक्ति अपने सपनों को पूरा करने के लिए कुछ भी कर गुजरने वाली जीवटता आज भी हमें सीखने को मिलती है.”
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”हमारी आजादी के आंदोलन में ऐसे कितने ही महान व्यक्तित्वों ने अपना सब कुछ खपा दिया, लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि आजादी के बाद ऐसे राष्ट्र नायक और राष्ट्र नायिकाओं की तपस्या से देश की अगली पीढ़ियों को परिचित ही नहीं कराया गया. उनकी गाथाओं को जानने से देश की कई पीढ़ियां वंचित रह गईं. 20वीं सदी की उन गलतियों को आज 21वीं सदी का भारत सुधार रहा है.”
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”राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी सिर्फ भारत की आजादी के लिए ही नहीं लड़े थे, बल्कि उन्होंने भारत के भविष्य के निर्माण की नींव में भी सक्रिय योगदान दिया था. उन्होंने अपनी देश-विदेश की यात्राओं में मिले अनुभवों का उपयोग भारत की शिक्षा व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए किया था.”
पीएम मोदी ने सुनाया अलीगढ़ के ताले वाले का किस्सा
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ”अभी तक लोग अपने घर की या अपनी दुकान की सुरक्षा के लिए अलीगढ़ के भरोसे रहते थे क्योंकि अलीगढ़ का ताला अगर लगा होता था तो लोग निश्चिंत हो जाते थे.”
इसके आगे उन्होंने कहा, ”मुझे आज बचपन की एक बात करने का मन कर रहा है, करीब 55-60 साल पुरानी बात है. हम बच्चे थे, तो अलीगढ़ से, ये ताले के जो सेल्समैन होते थे, एक मुस्लिम मेहरबान थे, वो हर तीन महीने में हमारे गांव आते थे. अभी भी मुझे याद है वो काली जैकेट पहनते थे और सेल्समैन के नाते दुकानों में अपने ताले रखकर जाते थे और तीन महीने के बाद आकर पैसे ले जाते थे. अगल-बगल के गांव में भी व्यापारियों के पास जाते थे, उनको भी ताले देते थे. मेरे पिताजी से उनकी बड़ी अच्छी दोस्ती थी. वो आते थे तो 4-6 दिन हमारे गांव में रुकते थे. दिनभर जो पैसे वसूलकर वो लाते थे, उनको मेरे पिताजी के पास छोड़ देते थे. मेरे पिताजी उनके पैसों को संभालते थे. 4-6 दिन के बाद जब वो मेरा गांव छोड़कर जाते थे, तो मेरे पिताजी से सारे पैसे लेकर ट्रेन से निकल जाते थे.”
पीएम मोदी ने कहा, ”बचपन में हम उत्तर प्रदेश के दो शहरों से बड़े परिचित रहे, एक सीतापुर और दूसरा अलीगढ़. हमारे गांव में अगर किसी को आंख की बीमारी का इलाज कराना होता था तो हर कोई कहता था कि सीतापुर जाओ. दूसरा इस महाशय के कारण अलीगढ़ बार-बार सुनते थे. लेकिन साथियों, कल तक जो अलीगढ़ ताले के जरिए घरों की, दुकानों की रक्षा करता था, 21वीं सदी में ये मेरा अलीगढ़ हिंदुस्तान की सीमाओं की रक्षा करने का काम करेगा.” दरअसल, यहां उन्होंने उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे के अलीगढ़ नोड का जिक्र किया.
अलीगढ़ में बोले PM मोदी- ‘योगी सरकार में गरीब की सुनवाई भी, गरीब का सम्मान भी’
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