‘चाचा जान’ पर सियासत तेज, BJP बोली- ‘किसान आंदोलन के नाम पर राजनीतिक जीवन तलाश रहे टिकैत’

यूपी तक

• 08:45 AM • 15 Sep 2021

भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के एक बयान पर उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. दरअसल न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक,…

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भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के एक बयान पर उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. दरअसल न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, टिकैत ने 14 सितंबर को बागपत में कहा था, ”बीजेपी के चाचा जान (AIMIM चीफ) असदुद्दीन ओवैसी उत्तर प्रदेश में आ चुके हैं. अगर वह (ओवैसी) उन्हें (BJP को) गाली देंगे तो भी वे उनके खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं करेंगे. वे एक टीम हैं.”

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टिकैत के इस बयान पर AIMIM के यूपी चीफ शौकत अली ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि टिकैत शॉर्टकट अपनाते हुए एक पॉलिटिकल लीडर बनना चाहते हैं. उनका दावा है कि टिकैत ने पिछले चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का समर्थन किया था और अब वह भगवा पार्टी के निर्देश पर ओवैसी को निशाना बना रहे हैं.

इस बीच, योगी सरकार में मंत्री मोहसिन रजा का कहना है, ”ओवैसी किसकी लैला हैं और कौन उनका मजनू है? अब्बा जान के बाद अब चाचा जान भी आ गए. अब चाचा जान के बाद सारे भाई जान परेशान हैं कि आखिर 2022 में हम करें क्या, जाएं तो जाएं कहां. न अब्बा जान साफ कर रहे हैं, ना चाचा जान साफ कर रहे हैं, तो ये लैला मजनू के खेल में भाई जान परेशान हैं.”

टिकैत के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा है, ”राकेश टिकैत सियासत में हाथ आजमा चुके हैं और मुंह की खा चुके हैं. उन्होंने पहले भी चुनाव लड़े हैं और हर बार बुरी तरह पराजित हुए हैं इसीलिए वह किसान आंदोलन के नाम पर अपने लिए राजनीतिक जीवन तलाश करने का प्रयास कर रहे हैं और इसीलिए बार-बार उनकी जुबान पर राजनीति आ जाती है. आज वह असदुद्दीन ओवैसी के बारे में बात कर रहे हैं लेकिन राकेश टिकैत जान लें कि वह कितनी भी कोशिश कर लें, एसपी, बीएसपी और कांग्रेस के लिए फील्डिंग लगाने की, लेकिन बीजेपी किसान के साथ है और किसान बीजेपी के साथ.”

उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत कितना भी प्रयास कर लें, उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ को हिला भी नहीं पाएंगे.

इस मामले पर कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र राजपूत का कहना है, ”जहां-जहां भारतीय जनता पार्टी परेशानी में आती है, वहां-वहां ओवैसी उनकी मदद करने आ जाते हैं, इसीलिए वह पूरी तरह भारतीय जनता पार्टी के चाचा जान हुए.”

उन्होंने कहा कि अब भारतीय जनता पार्टी को बताना होगा कि वो अपने ‘चाचा जान’ से क्या-क्या मदद लेती है.

सुरेंद्र राजपूत ने यूपी के मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधते हुए कहा, ”योगी जी आने वाले चुनाव असली मुद्दों पर होंगे अब्बा जान, चाचा जान और अम्मी जान पर नहीं होंगे. बेरोजगारी,महिलाओं के प्रति सम्मान, छोटे और मझले व्यापारी की परेशानी पर होंगे. किसानों की समस्या पर चुनाव होंगे.” उन्होंने कहा कि मुद्दों पर बात करिए इधर-उधर की बात ना करिए.

2017 में श्मशान-कब्रिस्तान, 2022 में ‘अब्बा जान’? BJP की चुनावी शब्दावली के निशाने पर कौन

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