सपा के 27 लोकसभा प्रत्याशियों की लिस्ट में PDA की कितनी झलक? अखिलेश ने खेले ये सारे कार्ड

यूपी तक

19 Feb 2024 (अपडेटेड: 19 Feb 2024, 09:03 PM)

लोकसभा चुनाव 2024 में दो बड़े गठबंधन में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकता है. आगामी चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारी करनी शुरू कर दी है.

अखिलेश यादव

akhilesh yadav

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Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव 2024 में दो बड़े गठबंधन में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकता है. आगामी चुनाव को लेकर सभी दलों ने तैयारी करनी शुरू कर दी है.  इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है. इसमें 11 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया है. बता दें कि समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को जिन उम्मीदवारों का एलान किया है उसमें अखिलेश यादव की PDA की झलक भी साफ देखने को मिली है. 

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अखिलेश ने खेलें सारे कार्ड

लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी की दूसरी लिस्ट में 4 OBC, 5 दलित, 1 मुस्लिम और 1 क्षत्रिय को टिकट दिया गया है. मुजफ्फनगर से उम्मीदवार बनाए गए पूर्व सांसद हरेन्द्र मलिक जाट हैं, इनके नाम को लेकर ही सपा और RLD में सहमति नहीं बन पा रही थी. बता दें कि हरेन्द्र मलिक के बेटे पंकज मलिक सपा से विधायक हैं. वहीं 2022 में वाराणसी उत्तरी सीट से टिकट मांगने वाले वीरेन्द्र सिंह को इस बार चंदौली से टिकट दिया गया है, वो बसपा छोड़कर सपा में आए थे.  2009 में गोंडा से सांसद रहे स्व. बेनी प्रसाद वर्मा की पोती श्रेया वर्मा को गोंडा से उम्मीदवार बनाया गया है. श्रेया के पिता राकेश वर्मा 2022 का विधानसभा चुनाव हार गए थे. 

वहीं मुख़्तार अंसारी के भाई और मौजूदा बसपा सांसद अफज़ाल अंसारी को गाजीपुर से टिकट दिया गया है.  2022 चुनाव से पहले सपा में आने वाले आर.के. चौधरी को लखनऊ की मोहनलालगंज लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया गया है. स्वामी प्रसाद मौर्य के करीबी नीरज मौर्य को आंवला से टिकट दिया गया है. 

पहली लिस्ट में भी दिखीं थी PDA की झलक

बता दें कि सपा की पहली 16 उम्मीदवारों की  लिस्ट में 11 OBC, 1 मुस्लिम, 1 दलित, 1 ठाकुर, 1 टंडन और 1 खत्री को टिकट दिया गया था.  वहीं OBC उम्मीदवारों में देखें तो 4 कुर्मी, 3 यादव, 2 शाक्य, 1 निषाद और 1 पाल शामिल थें. वहीं सपा ने अयोध्या लोकसभा (सामान्य सीट) पर दलित वर्ग के पासी प्रत्याशी को टिकट दिया. एटा और फ़र्रूख़ाबाद में पहली बार यादव की जगह शाक्य बिरादरी के नेताओं को टिकट दिया गया था.  

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