समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार को दावा किया कि प्रदेश में कोरोना बीमारी फिर दस्तक दे रही है और उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ रही है.
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उन्होंने दावा किया कि विशेषज्ञ चौथी लहर की आशंका जता रहे हैं और जून-जुलाई में संक्रमण अपने शिखर पर पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा-नीत राज्य सरकार ने पिछली कोरोना लहर की भयावहता से कोई सबक नहीं सीखा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को देखते हुए दहशत के हालात बनने के आसार हैं.
समाजवादी पार्टी द्वारा जारी एक बयान में यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने कोरोना के प्रकोप में जनता को पिछले साल अनाथ छोड़ दिया था और तब लाखों मौतें होने की खबरें आई थीं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि में जनता को बहुत बुरे दिन देखने पड़े थे और उन दिनों की याद आज भी सिहरन पैदा करती है.
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा सरकार स्थिति की समीक्षा की नौटंकी कर रही है। वह ऐसा जता रही है जैसे वह सत्ता में अभी आई है, जबकि यह तो निरन्तरता की सरकार है। पिछले दिनों भी यही सरकार थी और मुख्यमंत्री जी भी वही हैं.’’
अखिलेश ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री जी की बैठकों का जमीन पर कोई असर नहीं है, इसलिए मंत्रियों को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है और प्रदेश के नए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री अपनी ही विभागीय अव्यवस्था से क्षुब्ध हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत बेहद निराशाजनक है। तमाम शासकीय निर्देशों के बावजूद कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. अस्पतालों में न पर्याप्त डॉक्टर हैं और न दवाओं का समुचित प्रबन्ध है। अस्पतालों में मरीजों की लम्बी-लम्बी लाइन लगती हैं. दवाएं उपलब्ध नहीं हैं.’’
इससे पहले राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया था कि पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 210 नए मामले सामने आए हैं. इस अवधि में 132 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त अस्पताल से छुटटी दे दी गयी. वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1277 है.
जनपद गौतमबुद्धनगर में 120, गाजियाबाद में 49 और लखनऊ में 12 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई है.
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