Uttar Pradesh News: समाजवादी पार्टी 17 मार्च से कोलकाता में अपनी तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आयोजन करेगी. जिसमें इस साल के अंत में तीन हिंदी भाषी राज्यों में विधानसभा चुनाव और अगले साल लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी की नीतियों और रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी.समाजवादी पार्टी नए समीकरणों का संकेत अपनी इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी में कर सकती है. बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के देहांत के बाद पहली बार हो रहे इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी में उन्हें को पार्टी लोहिया के बाद सबसे बड़े नेता के तौर पर आगे रखेगी.
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समाजवादी पार्टी अपनी इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी का आगाज लोहिया, मुलायम, अंबेडकर और चौधरी चरण सिंह के पोस्टरों के साथ करेगी. इसके साथ ही पार्टी की यादव मुसलमान दलित और किसान को साधने की कवायद के साथ ही नए सियासी समीकरण को बनाने की कोशिश होगी. सपा अपने पुराने साथियों को जोड़ने- छोटे और जातीय आधारित पार्टियों को साथ लाने की मुहिम के साथ दलित चेहरों के साथ नए गठबंधन पर मथंन भी करेगी.
चंद्रशेखर रावण को लेकर पार्टी के भीतर होगी चर्चा
वहीं ऐसी भी चर्चा है कि सपा अपनी इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी से गठबंधन पर चर्चा करेगी. हालांकि नेताओं और पार्टियों के नाम के बजाय समाजवादी पार्टी संकेतों में गठबंधन की नीति साफ करेगी. वहीं कांग्रेस पार्टी से गठबंधन को लेकर भी हो सकती है, राष्ट्रीय कार्यकारिणी में चर्चा. हालांकि समाजवादी पार्टी फिलहाल कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन के मूड में नहीं है लेकिन वह अपने दरवाजे भी बंद नहीं रखेगी.
बता दें कि तीन दिनों के इस राष्ट्रीय कार्यकारिणी की शुरुआत 17 मार्च को कोलकाता में होगी और 2 दिनों की बैठकों के बाद 19 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ ही यह खत्म हो जाएगा. कार्यकारिणी की बैठक से 2024 कि सियासत और गठबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी का रुख साफ होगा.
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