मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी को बहुत पहले बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था. उन्होंने यह भी कहा कि टेनी के नरेंद्र मोदी सरकार में बने रहने से उत्तर प्रदेश के आगामी चुनावों पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा, ‘खासतौर पर लखीमपुर खीरी में.’ दिप्रिंट के मुताबिक, उसको दिए गए इंटरव्यू में मलिक ये बातें कही हैं.
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राज्यपाल मलिक ने कहा, “केंद्रीय गृह राज्यमंत्री बहुत सक्रिय हैं, लेकिन कभी-कभी लोगों को लगता है कि वो बुरे लोगों का बचाव करते हैं. मिश्रा को उनके भाषण के तुरंत बाद बर्खास्त कर देना चाहिए था…’मैं तुम्हें सुधार दूंगा, तुम मुझे नहीं जानते नहीं हो’ कोई ऐसे बात करता है?”
यहां मलिक किसानों को दी गई मिश्रा की कथित धमकी का जिक्र कर रहे थे. दरअसल लखीमपुर खीरी हिंसा से पहले एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कथित तौर पर मिश्रा कहते दिख रहे थे, “यहां आंदोलन क्यों नहीं फैला…अगर मैं उतर जाता तो उन्हें भागने के लिए रास्ता नहीं मिलता. पीठ पीछे काम करने वाले लोग, ऐसे 10-15 लोग यहां शोर मचाते हैं तो पूरे देश में फैल जाना चाहिए था आंदोलन, अगर कृषि कानून खराब होते, क्यों नहीं फैला?…मैं ऐसे लोगों को कहना चाहता हूं, सुधर जाओ नहीं तो सामना करो आकर हम आपको सुधार देंगे 2 मिनट के अंदर.”
लखीमपुर खीरी हिंसा की घटना के पीछे टेनी का यह कथित भाषण भी एक वजह बताया जाता है.
बता दें कि लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी. इस हिंसा मामले के आरोपियों में मंत्री टेनी के बेटे आशीष मिश्रा भी शामिल हैं.
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