युवाओं को चार साल के लिए सेना में संविदा पर भर्ती करने और अधिकतर को बिना पेंशन व ग्रेजुएटी को अनिवार्य सेवानिवृत्ति देने की केंद्र द्वारा शुरू की गई ‘अग्निपथ योजना’ पर प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के मुखिया शिवपाल सिंह यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
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रविवार को यूपी तक से बातचीत के दौरान इटावा की जसवंतनगर विधानसभा से विधायक शिवपाल सिंह यादव ने केंद्र द्वारा शुरू की गई इस योजना का खुलकर विरोध किया. साथ ही उन्होंने कहा कि यह योजना युवाओं के लिए खिलवाड़ है.
योजना के संबंध में आगे बताते हुए शिवपाल ने कहा,
“इस पर (अग्निपथ योजना) सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए, क्योंकि चार साल की नौकरी से युवाओं का जीवन नहीं कट सकता है, जीवन भर के लिए नौकरी मिलनी चाहिए.”
शिवपाल सिंह यादव
उन्होंने आगे कहा, “युवा पहले से ही नौकरी के लिए परेशान है. युवाओं को अगर 4 साल नौकरी मिलने के बाद, उनकी नौकरी छूट जाती है, तो वह खिलवाड़ होता है. सरकार को युवाओं से पूछकर उनकी राय लेकर उनके अनुसार नियम कानून बनाना चाहिए. इस अग्निपथ योजना पर सरकार को पुनर्विचार करना चाहिए.”
क्या है ‘अग्निपथ’ योजना?
सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी.
योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे. वर्ष 2022 के चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 23 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा.
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