Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के राजनीति में एक बार फिर बदलाव हुआ है. भारतीय जनता पार्टी के उभार को रोकने के लिए अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने हाथ मिलाया है. बुधवार की शाम को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस में गठबंधन का ऐलान किया. यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में कुल 17 सीटें पर गठबंधन हुआ है. वहीं पूर्वांचल की दो मत्वपूर्ण सीटों में से वाराणसी कांग्रेस के खाते में और गाजीपुर सपा के खाते में रहेगी.
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बता दें कि सपा ने गाजीपुर से मुख्तार अंसारी के बड़े भाई अफजाल अंसारी को अपना उम्मीदवार बनाया है. वही मुख्तार अंसारी जिसके खिलाफ यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी है.
मुख्तार अंसारी ने खिलाफ लड़ी है लंबी लड़ाई
बता दें कि कांग्रेस नेता अजय राय दिवंगत अवधेश राय के छोटे भाई हैं. अवधेश राय की 3 अगस्त, 1991 की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. फायरिंग की आवाज से आसपास का पूरा इलाका गूंज उठा था. अवधेश राय कांग्रेस नेता अजय राय के घर के बाहर खड़े थे. मारुती वैन में आए बदमाशों ने अवधेश राय पर गोलियों की बारिश कर दी थी. वहीं पिछले साल इस हत्याकांड में मुख्तार अंसारी को कोर्ट ने दोषी करते हुए आजीवन करवा की सजा सुनाई थी. अब इसे संयोग कहें या राजनीतिक प्रयोग कि अजय राय को अपने गृह जनपद में अंसारी परिवार को चुनाव जीतवाने में मदद करनी पड़ेगी.
इन सीटों पर हुआ गठबंधन
गौरतलब है कि यूपी में समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में कुल 17 सीटें पर गठबंधन हुआ है. सपा ने कांग्रेस को जो 17 सीटें दी हैं उसमें रायबरेली, अमेठी, कानपुर, फतेहपुर सीकरी, बांसगांव, सहारनपुर, प्रयागराज, महाराजगंज, वाराणसी, अमरोहा, झांसी, बुलंदशहर, गाजियाबाद, मथुरा, सीतापुर, बाराबंकी और देवरिया हैं. दोनों ही पार्टियां उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर एक दूसरों की मदद करती नजर आएंगी.
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