'तुम्हारे दिन पूरे हो गए...मुझे Pak से धमकी मिली पर सरकार गंभीर नहीं' सपा संसद राजीव राय का बड़ा दावा

यूपी तक

• 06:58 PM • 28 Sep 2024

सांसद राजीव राय ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें पाकिस्तान के नंबर से धमकी मिल रही है, लेकिन प्रदेश सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है

Rajeev Rai

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Rajeev Rai News: समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता एवं उत्तर प्रदेश की घोसी लोकसभा सीट से सांसद राजीव राय ने शनिवार को दावा किया कि उन्हें पाकिस्तान के नंबर से धमकी मिल रही है, लेकिन प्रदेश सरकार उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. सपा की राज्य इकाई के मुख्यालय में शनिवार को सांसद राय ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान अपनी जान का खतरा बताते हुए कहा कि 20 सितंबर को पाकिस्तान के नंबर से फोन पर उन्हें धमकी मिली, लेकिन प्रदेश सरकार सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है.

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राजीव राय ने कहा, ''वर्ष 2017 से पहले मुझे वाई-श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी, लेकिन प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार आते ही सुरक्षा हटा दी गई." राय ने कहा, ''हमें जिस तरह से धमकियां मिल रही हैं, उसे देखते हुए अगर कोई अनहोनी होती है तो उसके लिए पुलिस-प्रशासन और प्रदेश सरकार जवाबदेह होगी."  सांसद ने आरोप लगाया कि ''लोकसभा चुनाव से पहले भी कई बार धमकियां मिली, मैंने पुलिस को जानकारी दी लेकिन उसका कोई संज्ञान नहीं लिया गया."

 

 

सांसद ने लोकसभा सदस्य आरके चौधरी, विधायक रविदास मेहरोत्रा, विधायक अरमान खान और पूर्व सांसद अरविन्द कुमार सिंह के साथ पत्रकारों से बातचीत में कहा कि  20 सितंबर को उन्हें फोन पर फिर धमकी मिली.  उन्होंने कहा, ''इस बार पाकिस्तान के नंबर से फोन आया था, लेकिन भाषा और बातचीत के तरीके से लगता है कि फोन करने वाला भारत से ही फोन कर रहा था."

सपा सांसद ने बातचीत का संदर्भ देते हुए कहा, ''उसने (पाकिस्तानी नंबर से फोन करने वाला) अपना नाम विजय बताया और हिंदी में ही बात करते हुए धमकी दी कि तुम्हारे दिन पूरे हो गए, यह भी कहा कि तुम्हें जितना उड़ना था उड़ लिए." राजीव राय ने सरकार से इस मामले की गंभीरता से जांच कराकर कार्रवाई करने की मांग की.

 

 

 सांसद ने आरोप लगाया कि ''कई बार शिकायत करने के बाद भी पुलिस ने कभी मामले का संज्ञान नहीं लिया. हमने अपने एक परिचित पुलिस के सेवानिवृत्त महानिदेशक से पूरे प्रकरण की चर्चा की तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लेने और प्राथमिकी दर्ज कराने का सुझाव दिया. उन्होंने खुद डीआईजी से बात की तब जाकर प्राथमिकी दर्ज हुई.''

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