Uttar Pradesh News : संसद के विशेष सत्र की शुरुआत हो चुकी है. आज से सदन के विशेष सत्र की कार्रवाही नए संसद भवन में होगी. वहीं पुराने संसद में कार्यवाही के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुझाव दिया कि इस इमारत (पुराना संसद भवन) को अब ‘संविधान सदन’ के नाम से जाना जाए. वहीं नए संसद भवन में कार्यवाही के पहले समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Shafiqur Rahman Burq) ने बड़ा बयान दिया है. नए संसद भवन में जाने से पहले सपा सांसद बर्क ने मांग की है कि नई संसद में नमाज पढ़ने की जगह होनी चाहिए.
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सपा सांसद ने की ये मांग
केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा कि, ‘नमाज पढ़ने की इजाजत या कोई जगह कैसे बनाएंगे? जबकि उन्होंने नफरत फैला रखी है, हिंदू-मुसलमानों से नफरत फैला रखी है. वो नमाज पढ़ने के लिए जगह क्यों बनाएंगे? मुसलमानों का नमाज का वक्त हो जाता है तो उनके लिए भी कोई जगह होनी चाहिए. नई संसद में नमाज पढ़ने की जगह होनी चाहिए थी.
इससे पहले सोमवार को सपा सांसद ने शफीकुर्रहमान बर्क ने कहा था कि, ‘संसद सत्र में पूरे विपक्ष को शामिल होना चाहिए, अगर शामिल नहीं हुए तो वह एक तरफ़ा सब कुछ कर लेंगे. उनके सामने 24 का चुनाव है, यह सब उसी की तैयारी कर रहे हैं. इमरजेंसी के तौर पर जो यह सत्र बुलाया है जिस मकसद से बुलाया है उनका इलेक्शन का मकसद है ताकि जनता उनकी तरफ आकर्षित हो जाए. इस चीज से उनका फायदा नहीं होगा यह सब धोखा है, इसके पीछे कुछ और है. यह इससे अपना माहौल बनाना चाहते हैं.’
पुराने संसद भवन में अंतिम कार्यवाही
संसद के विशेष सत्र के दौरान पुरानी संसद भवन के अंतिम कार्यवाही पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, ‘आज नए संसद भवन में हम सब मिलकर नए भविष्य का श्री गणेश करने जा रहे हैं. ये पल हमें भावुक करता है और हमें हमारे कर्तव्य के लिए प्रेरित भी करता है. यहीं पर 1947 में अंग्रेजी हुकूमत ने सत्ता हस्तांतरण किया, इसका गवाह रहा है ये सेंट्रल हॉल. ये सेंट्रल हॉल हमारी भावनाओं से भरा हुआ है.’
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