उत्तर प्रदेश एमएलसी चुनाव के लिए 27 सीटों पर हुए मतदान की काउंटिंग मंगलवार को जारी है. इस बीच खबर आ रही है कि बहराइच-श्रावस्ती सीट पर BJP उम्मीदवार प्रज्ञा त्रिपाठी की जीत हो चुकी है. वहीं, बाराबंकी सीट से बीजेपी के अंगद सिंह भी भारी बहुमत से जीत गए हैं. हालांकि, अभी आधिकारिक ऐलान होना बाकी है. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के अनुसार, चुनाव मैदान में 95 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.
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भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार, राज्य में शनिवार शाम चार बजे तक औसतन 98.11 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जिसमें गोरखपुर में सबसे कम 96. 50 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि रायबरेली निर्वाचन क्षेत्र में सबसे अधिक 99.35 प्रतिशत मतदान हुआ.
गौरतलब है कि विधान परिषद चुनाव के लिए शनिवार को 36 सीटों पर मतदान होना था, लेकिन बीजेपी के 9 प्रत्याशी निर्विरोध चुन लिए गए, लिहाजा 27 सीटों के लिए ही वोटिंग हुई.
विधान परिषद चुनाव में एसपी और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है, क्योंकि कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. हालांकि, कुछ निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं.
राज्य की 100 सदस्यीय विधान परिषद में इस समय बीजेपी के 34, जबकि एसपी के 17, बीएसपी के चार और कांग्रेस, अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी के एक-एक सदस्य हैं. वहीं, शिक्षक दल के दो, जबकि निर्दल समूह का एक और एक निर्दलीय सदस्य भी विधान परिषद में मौजूद है.
बता दें कि राज्य विधानपरिषद की 36 सीट पिछली सात मार्च को संबंधित सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने के कारण रिक्त हो गई थीं. सदन में 37वीं सीट नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के निधन की वजह से खाली हुई है.
बीजेपी की ओर से मैदान में उतारे गए 36 उम्मीदवारों में से पांच समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता हैं, जो फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनावों से पहले बीजेपी में शामिल हुए थे. इनमें सुल्तानपुर स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से शैलेंद्र प्रताप सिंह, गोरखपुर-महाराजगंज से सी पी चंद, बलिया से रविशंकर सिंह ‘पप्पू’, झांसी-जालौन-ललितपुर से राम निरंजन और बुलंदशहर से नरेंद्र भाटी शामिल हैं. रविशंकर सिंह ‘पप्पू’ पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पोते हैं.
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