Uttar Pradesh By Election : लोकसभा चुनाव के बाद अब सबकी नजर उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव पर है. 10 सीटों पर होने वाला ये उपचुनाव में एक बार फिर NDA और INDIA गठबंधन में कड़ी टक्कर देखने को मिल सकती है. ये उपचुनाव वैसे तो दोनों ही गठबंधन के लिए काफी अहम है पर बीजेपी ने इसे अपने प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है.वहीं लोकसभा चुनाव के नतीजों से उत्साहित इंडिया गठबंधन की उपचुनाव पर लगी हुई है. जानकारी के मुताबिक सपा-कांग्रेस के साथ मिलकर उपचुनाव लड़ सकती है.
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इतने सीटों पर लड़ेगी सपा-कांग्रेस
जानकारी के मुताबिक समाजवादी पार्टी और कांग्रेस यूपी उपचुनाव भी गठबंधन में लड़ सकते हैं. यूपी कांग्रेस ने 21 तारीख को लखनऊ में सभी जिला अध्यक्षों की बैठक बुलाई है, जिसमें अंतिम रूप से फैसला लिया जाएगा. संभावना है कि सपा 7 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है, जबकि कांग्रेस को 3 सीटें मिल सकती हैं. उत्तर प्रदेश में 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है. इनमें करहल, मिल्कीपुर, कटेहरी, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, मीरापुर, फूलपुर, मझवा और सीसामऊ सीटें शामिल हैं. इन दस सीटों में से नौ सीटें विधायकों के सांसद बन जाने के बाद खाली हुई हैं. वहीं कानपुर के सीसामऊ से विधायक इरफान सोलंकी को सजा मिलने के बाद उनकी विधायकी चली गई है.
इन सीटों पर होना है उपचुनाव
अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट भाजपा के विधायक अनूप प्रधान वाल्मीकि, बिजनौर की मीरापुर सीट भाजपा के सहयोगी रालोद उम्मीदवार चंदन चौहान, प्रयागराज की फूलपुर सीट भाजपा के प्रवीन पटेल, गाजियाबद की सीट भाजपा के अतुल गर्ग, मिर्जापुर की मझवां विधान सभा सीट भाजपा के चुनाव चिन्ह पर लड़े निषाद पार्टी के विनोद बिंद के इस्तीफे की वजह से रिक्त हुई है. अयोध्या की मिल्कीपुर सीट सपा के अवधेश प्रसाद, अम्बेडकरनगर की कटेहरी सीट सपा के विधायक रहे लालजी वर्मा, संभल की कुंदरकी सीट सपा के जियाउर्रहमान बर्क, मैनपुरी की करहल विधान सभा सीट सपा प्रमुख अखिलेश यादव के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद दिये गये इस्तीफे की वजह से रिक्त हुई.
राहुल गौतम की रिपोर्ट
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