उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) लगातार किसानों को साधने की कोशिश में दिख रही है. इसी क्रम में यूपी बीजेपी 18 सितंबर को लखनऊ में किसान सम्मेलन करेगी. इसके लिए प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र से किसान बुलाने की तैयारी है.
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‘किसान कल्याण सम्मेलन’ नाम से आयोजित होने जा रहे इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बीजेपी के यूपी प्रभारी राधा मोहन सिंह और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह शामिल होंगे.
यह सम्मेलन लखनऊ स्थित स्मृति उपवन पार्क में आयोजित होगा. इसमें उन किसान यूनियन के प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है, जिन्होंने किसान आंदोलन के दौरान सरकार का समर्थन किया है. सम्मेलन के दौरान सीएम योगी किसानों को लेकर कुछ योजनाओं की घोषणा भी कर सकते हैं.
दरअसल बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार के 3 कृषि कानूनों के खिलाफ 9 महीने से ज्यादा वक्त से किसान आंदोलन जारी है, ऐसे में पार्टी की कोशिश होगी कि 2022 के यूपी चुनाव में उसे इसका नुकसान न उठाना पड़े.
14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन में भी किसानों पर खास जोर दिखा. उन्होंने कहा था, ”केंद्र सरकार का निरंतर प्रयास है कि छोटी जोत वालों को ताकत दी जाए. डेढ़ गुणा MSP हो, किसान क्रेडिट कार्ड का विस्तार हो, बीमा योजना में सुधार हो, 3 हजार रुपये की पेंशन की व्यवस्था हो, ऐसे अनेक फैसले छोटे किसानों को सशक्त कर रहे हैं… देश के जिन छोटे किसानों की चिंता चौधरी चरण सिंह जी को थी, उनके साथ सरकार एक साथी की तरह खड़ी रहे, ये बहुत जरूरी है. इसलिए केंद्र सरकार का निरंतर प्रयास है कि छोटी जोत वाले किसानों को ताकत दी जाए.”
इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने 25 अगस्त को किसानों के साथ संवाद किया था और कहा था कि ‘किसान उत्थान’ उनकी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.
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