Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी (Barabanki News) जिले में विलुप्त हो रहे सफेद गिद्ध को रेस्क्यू किया गया. ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, जो गिद्ध रेस्क्यू किया गया, वो बच्चा है. जिसको इलाज के लिए टीम अपने साथ ले गई है. ग्रामीण की सूचना पर वन विभाग की टीम ने सफेद गिद्ध के उड़ न पाने पर देवा रेंज टीम मौके पर पहुंची और सफेद गिद्ध (Egyption Vulture, Neophron percnopterus) का बच्चा होने की पुष्टि की.
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मिस्र का ये लुप्त पर्याय गिद्ध
वन अधिकारियों के अनुसार मिस्र का क्रूर राजा फिरौन का यह पवित्र पक्षी था. यूरोप का एकमात्र लंबी दूरी का प्रवासी गिद्ध है. यह पक्षी प्रवास करते समय 5000 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकता है. अब विलुप्त होने की कगार पर है. भारत में जो उपप्रजाति पाई जाती है. उसका वैज्ञानिक नाम (Neophron percnopterus ginginianus) है. उत्तर भारत के अलावा भारत में अन्य जगहों का प्रवासी पक्षी है. सफेद गिद्ध को प्राचीन काल से ही भारतीय, यूनानी सहित कई सभ्यताओं में अत्यधिक पूजनीय माना जाता रहा है. सफ़ेद गिद्ध (Egyptian Vulture) पहले पश्चिमी अफ़्रीका से लेकर उत्तर भारत, पाकिस्तान और नेपाल में काफ़ी तादाद में पाया जाता था. लेकिन अब इसकी आबादी में बहुत गिरावट आयी है और इसे अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ने संकटग्रस्त घोषित कर दिया है.
वन विभाग ने दी ये जानाकारी
वहीं गिद्ध के रेस्कयू पर ज्यादा जानकारी देते हुए डीएफओ रुस्तम परवेज़ ने बताया कि, ‘गांव के जंगल में सफेद गिद्ध के उड़ न पाने और जंगली जानवरों के खतरा होने जानकारी मिली थी. जिसकी सूचना ग्रामीणों ने दी थी. टीम को भेज कर उसे रेस्क्यू गया है. सफेद गिद्ध की औसत आयु 21 वर्ष और अधिकतम 37 वर्ष होती है. अभी ये गिद्ध किशोर अवस्था में है. इसको स्वास्थ्य परीक्षण के लिए डाक्टरों की निगरानी में रखा गया है. स्वस्थ होने के बाद इसे प्राकृतवास में छोड़ा जाएगा. ये अभी घायल है, डॉक्टरों की देख रेख में इलाज जारी है.’
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