Gorakhpur News: यूपी पुलिस (UP Police) लगातार माफियाओं और बदमाशों पर ताबड़तोड़ एक्शन ले रही है. पुलिस अपराधियों का लगातार एनकाउंटर भी कर रही है. वहीं गोरखपुर पुलिस ने शनिवार को फरार माफिया माफिया विनोद उपाध्याध (Vinod Upadhyay) की बेनामी संपत्ति पर बड़ी कार्रवाई की है. जिलाधिकारी के आदेश पर गुलरिया थाना क्षेत्र स्थित मकान को जमींदोज कर गया. मकान में कुछ दिन पहले तक विनोद उपाध्याय का परिवार रहता था. अब योगी सरकार का बुलडोजर चल गया है.
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गोरखपुर में माफिया पर ऐक्शन
बता दें कि 23 मई को उसके खिलाफ गुलरिहा थाने में रंगदारी और धमकी देने का एक और नया केस भी दर्ज हो गया है. कैंट थानाक्षेत्र के दाउदपुर निवासी प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने ये केस दर्ज कराया है. प्रवीण इलाज के लिए गुलरिहा वाली जमीन बेचना चाहते थे. आरोप है कि 17 अप्रैल 2022 को प्रवीण अपने भाईयों के साथ जमीन को चिन्हित कराने अपने प्लॉट पर गए. तब विनोद ने अपने भाई और समर्थकों के साथ उनसे रंगदारी मांगी और धमकी दी. जिसके बाद उन्होंने इस मामले में केस दर्ज कराया.
25 मकदमें है दर्ज
माफिया विनोद उपाध्याय पर अलग-अलग थानों में कुल 25 गंभीर मुकदमे दर्ज हैं. इसके साथ ही प्रदेश के टॉप 61 माफिया में भी विनोद उपाध्याय का नाम शामिल है. पीडब्ल्यूडी गैंगवार, चार फाटक गोली कांड, हिस्ट्रीशीटर लाल बहादुर हत्याकांड, हियुवा नेता को पीटने को लेकर वो सुर्खियों में आया था. सबसे पहले बार वो तब चर्चा में आया, जब उसने गोरखपुर जेल में नेपाल के भैरहवा के शातिर बदमाश जीत नारायण मिश्र के मारे गए थप्पड़ का बदला लेने के लिए 7 अगस्त 2005 को जमानत पर बाहर आए जीत नारायण मिश्र और उसके बहनोई गोरेलाल की ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी थी.
50 हजार के इनामी है विनोद उपाध्याय
इस मामले में वह जेल गया था. जमानत पर छूटते ही वो फरार हो गया. गोरखपुर के एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने उसके ऊपर 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया. इसके बाद भी जब विनोद उपाध्याय पर शिकंजा नहीं कसा जा सका, तो गोरखपुर के आईजी जे. रविन्द्र गौड़ ने इनाम की राशि को 25 हजार रुपए से बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है. अब पुलिस की सख्ती के बाद विनोद का काउंट डाउन शुरू हो चुका है.
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