उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (AAP) ने 26 सितंबर को अपने 70 विधानसभा प्रभारियों/संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है. इससे पहले पार्टी 100 संभावित उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर चुकी है. AAP यूपी अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने कहा कि इस दूसरी लिस्ट में समाज के सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है.
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उन्होंने कहा, “70 लोगों की सूची में पिछड़ा वर्ग के 29 लोग हैं, जबकि दलित समुदाय से 13 लोग हैं. पार्टी ने पिछड़े समाज को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया है. लगभग 41 फीसदी ओबीसी वर्ग के लोगों को दूसरी सूची में विधानसभा प्रभारी और संभावित उम्मीदवार बनाया गया है.”
सभाजीत सिंह ने कहा कि दूसरी सूची में डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, आरटीआई कार्यकर्ता और किसान भी हैं, नौजवान भी हैं, हर तबके के लोगों को इस सूची में स्थान देने की कोशिश पार्टी ने की है.
इसके अलावा उन्होंने सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी उत्तर प्रदेश के ब्रिज क्षेत्र में किसान सम्मेलन आयोजित कर रही है, जिन इलाकों में बीमारी से मासूम बच्चों की मौत हो रही है, प्रशासन उनके इलाज का इंतजाम करने के बजाए किसान सम्मेलन में व्यस्त है.
सभाजीत सिंह ने संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 27 सितंबर को बुलाए गए ‘भारत बंद’ का समर्थन भी किया है. इस दौरान उन्होंने कहा कि AAP संयुक्त किसान मोर्चा के इस ऐलान का नैतिक समर्थन करती है.
बता दें कि इससे पहले 15 सितंबर को AAP की तरफ से जारी 100 विधानसभा प्रभारियों/ संभावित उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में 35 संभावित उम्मीदवार पिछड़े वर्ग के बनाए गए थे.
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