यूपी एसटीएफ ने गुरुवार को झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद अहमद और उसके साथी गुलाम को एनकाउंटर में ढेर कर दिया. अब खबर आ रही है कि माफिया अतीक अहमद अपने बेटे असद अहमद के जनाजे में शामिल नहीं हो पाएगा. दरअसल, कानूनी पेंच के चलते माफिया अतीक अहमद को कोर्ट से जनाजे में शामिल होने की मंजूरी नहीं मिल पाई है.
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जानकारी के मुताबिक, असद का शव किसी करीबी को सुपुर्द किया जाएगा. असद की बॉडी को लेने के लिए उसके नाना हारून और मौसा डॉक्टर उस्मान झांसी जाएंगे.
ऐसे हुआ एनकाउंटर
पुलिस की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, आज यानी 13 अप्रैल को पुलिस को असद और गुलाम के बारे में जानकारी मिली. 12.30 बजे सूचना के आधार पर पुलिस पहुंची. इस दौरान दोनों तरफ से गोलियां चल पड़ी. एसटीएफ ने कार्रवाई करते हुए असद और गुलाम को मार गिराया.
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उमेश पाल हत्याकांड में थे वांछित
विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि प्रयागराज में उमेश पाल हत्याकांड में वांछित, पांच पांच लाख रूपये के इनामी असद और गुलाम की एसटीएफ के साथ मुठभेड़ में मौत हो गई.
उन्होंने बताया कि यूपी एसटीएफ की टीम में पुलिस उपाधीक्षक नवेंदु और विमल शामिल थे. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए आरोपियों के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं.
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आपको बता दें कि यह मुठभेड़ उसी दिन हुई, जिस दिन गुजरात की साबरमती जेल से सड़क मार्ग से प्रयागराज ले जाए गए अतीक और उसके भाई अशरफ को उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया.
इसी साल उमेश पाल की हुई थी हत्या
गौरतलब है कि साल 2005 में बहुजन समाज पार्टी विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में प्रमुख गवाह रहे उमेश पाल और उसके दो सुरक्षा गार्ड की इस साल 24 फरवरी को प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में उसके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
उमेश पाल की पत्नी जया पाल द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर 25 फरवरी को अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, असद सहित दो बेटों, शूटर गुड्डू मुस्लिम और गुलाम तथा नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.
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