Atiq Ahmed Shot Dead: माफिया डॉन अतीक अहमद (60) और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को हमलावरों गोली मारकर ने हत्या कर दी. गोलीबारी की घटना रात करीब 10 बजे की है जो कैमरे में दर्ज हो गई क्योंकि मेडिकल जांच के लिए पुलिस द्वारा दोनों को अस्पताल ले जाते समय मीडियाकर्मी उनके साथ चल रहे थे. बता दें कि झांसी में 13 अप्रैल को अतीक अहमद का बेटा असद और उसका साथी गुलाम UPSTF के साथ मुठभेड़ में मारे गए थे. असद अहमद का शव शनिवार सुबह प्रयागराज में कसारी मसारी कब्रिस्तान में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दफनाया गया, जबकि उसके साथी गुलाम का शव शिवकुटी स्थित कब्रिस्तान में दफन किया गया. वहीं, अब अतीक, अशरफ और असद की मौत के बाद माफिया के परिवार में कौन-कौन बचा है, इसे खबर में आगे विस्तार से जानिए.
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अतीक के परिवार में बचे हैं अब ये लोग
शाइस्ता परवीन:
आपको बता दें कि शाइस्ता परवीन अतीक अहमद की पत्नी है. दरअसल, उमेश पाल हत्याकांड के बाद से शाइस्ता फरार चल रही है. पुलिस ने शाइस्ता पर 50000 रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. वहीं, पुलिस को ऐसा इनपुट मिला था कि शाइस्ता अपने बेटे को आखिरी बार देखने के लिए शनिवार को कब्रिस्तान में आ सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. फिर एक बार शाइस्ता को पुलिस पकड़ने से रह गई.
जैनब रूबी:
जैनब रूबी अतीक के भाई अशरफ की पत्नी है. आपको बता दें कि उमेश पाल हत्याकांड के बाद से जैनब भी फरार चल रही है और पुलिस लगातार उसकी तलाश में दबिश दे रही है.
(आपको बता दें कि आयशा नूरी के अलावा अतीक की दो बहने और हैं, जिनके बारे में अधिक जानकारी नहीं मिल सकी है)
उमर:
मिली जानकारी के अनुसार, अतीक अहमद का बड़ा बेटा उमर 12वीं में अपनी क्लास का टॉपर रहा था. वह दिल्ली में रहकर पढ़ाई और लॉ की तैयारी कर रहा था. मगर देवरिया जेल कांड में नाम आने के बाद सीबीआई ने मुकदमा दर्ज कर उस पर दो लाख का इनाम रखा और उमर ने सरेंडर कर दिया. फिलहाल उमर जेल में बंद है.
अली:
अतीक का दूसरा बेटा अली स्नातक की पढ़ाई कर रहा था. अली पर अपने रिश्तेदार से 5 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगा, जब पुलिस ने जब दबिश दी तो अली फरार हो गया. फिर अली पर पुलिस ने 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया. इसके बाद अली ने भी कोर्ट में सरेंडर कर दिया. वह फिलहाल इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल में बंद है.
असद:
अतीक के तीसरा बेटे असद ने इसी वर्ष 12वीं की परीक्षा पास की थी. ऐसा कहा जाता है कि अतीक की विरासत असद ही संभाल रहा था. पुलिस का दावा है कि परिवार के खिलाफ जाकर अतीक ने असद को उमेश पाल हत्याकांड में शामिल करवाया था. आरोप था कि असद ने उमेश पाल पर नजदीक से फायर झोंका था, जो उनकी मौत का कारण बना. इस हत्याकांड के बाद से असद फरार चल रहा था, जिसका UPSTF ने 13 अप्रैल को झांसी में एनकाउंटर कर दिया. ऐसा कहा जाता है कि अतीक के गुर्गे असद को ‘छोटे सांसद’ कहकर बुलाते थे.
अहजाम और अबान:
वहीं, अतीक का चौथे बेटा अहजाम 12वीं और अबान 9वीं मैं पढ़ता है. पुलिस का कहना कि उमेश पाल मर्डर केस के बाद अतीक के दोनों नाबालिग बेटे लावारिस अवस्था में घूम रहे थे, जिसके बाद उन्हें बाल गृह में भेजा गया.
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