यूपी के कैसरगंज सीट से बीजेपी सांसद और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ 15वें दिन भी पहलवानों का धरना जारी है. रविवार को किसानों और खापों पंचायतों से जुड़े लोग दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहुंचे और वहां उन्होंने धरना दे रहे पहलवानों का समर्थन किया. इधर, गोंडा में रविवार को बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह एक क्लिनिक के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे. वहां उन्होंने फीता काटकर क्लिनिक का उद्घाटन किया.
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कई महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “मामला सुप्रीम कोर्ट के संज्ञान में है. दिल्ली पुलिस विवेचना कर रही है, जो भी परिणाम आएगा, सबको मानना पड़ेगा.”
भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण पर कई महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोप लगाया है और उन्हें पद से हटाने की मांग की है.
जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के समर्थन में खाप पंचायतों से जुड़े सवाल पर सांसद ने कहा, “वो उनका काम है, मैं अपना निमंत्रण कर रहा हूं, क्षेत्र में आया हूं.”
बृजभूषण शरण सिंह ने दिल्ली के जंतर मंतर पर अपने खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में खाप पंचायतों के भी उतर जाने के बाद रविवार को एक बयान जारी कर खाप पंचायतों से भावनात्मक अपील की थी. इससे जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि उसी में से निकाल लीजिए जो कहा है, वह मार्किट में है.
बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह ने शनिवार देर रात अपने फेसबुक पेज पर जारी वीडियो में कहा था, ‘चाचा-ताऊ हम यह नहीं कहते कि आप दिल्ली न आओ, आप दिल्ली आओ, जो दिल में आये करो. मैंने पहले ही दिन कहा था कि एक भी गुनाह मेरे ऊपर साबित हो जाएगा तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा.’
उन्होंने कहा था, ‘चाचा-ताऊ हमारी बात मत मानो, अगर आपके गांव की बिटिया, लड़की पहलवानी करती है तो एक मिनट उसे अकेले में बुला कर पूछ लेना, कोई बच्चा पहलवानी करता हो, चाहे कैडेट का हो, जूनियर का हो, सीनियर का हो एक मिनट अकेले में उससे आप पूछ लेना. अगर वह कह दे कि बृजभूषण शरण सिंह के ऊपर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, बृजभूषण सिंह ऐसे ही हैं, तो जो इच्छा होगी कर लेना.’
गौरतलब है कि बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक सहित कई शीर्ष पहलवान 23 अप्रैल से दिल्ली के जंतर-मंतर पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और एक नाबालिग सहित सात पहलवानों के कथित यौन उत्पीड़न के आरोप में उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने 28 अप्रैल को एक नाबालिग सहित सात महिला पहलवानों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों के आधार पर सिंह के खिलाफ दो प्राथमिकियां दर्ज की थीं.
सरकार को दिया 15 दिन का अल्टीमेटम
रविवार को पहलवानों, किसानों और खाप पंचायतों ने भारत सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा है कि बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह को 21 मई तक गिरफ्तार किया जाए, नहीं तो बड़ा आंदोलन शुरू होगा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर 21 मई तक सरकार बातचीत नहीं करती है या समाधान नहीं निकालती है, तो 21 मई के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी.
राकेश टिकैत ने कहा कि तिरंगे का अपमान किया गया है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘ हम पहलवानों की हर संभव तरीके से मदद करेंगे.’’
उन्होंने कहा कि यह विरोध प्रदर्शन लंबा चलेगा और यह पूरे देश में फैल सकता है.
उन्होंने कहा,
‘‘ यह (जंतर मंतर) अभी विरोध स्थल बना रहेगा. हमें लंबी लड़ाई के लिए तैयार रहना होगा और यह विरोध प्रदर्शन और बढ़ेगा.’’
टिकैत ने कहा, ‘‘ यह कोई राजनीतिक विरोध नहीं है, यह एक गैर-राजनीतिक संगठन है. लेकिन कुछ राजनेता पार्टी लाइन से हटकर इन पहलवानों के समर्थन में आ गए हैं.’’
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