लखीमपुर खीरी हिंसा: टिकैत का हमला, ‘मंत्री के इस्तीफे, गिरफ्तारी बिना नहीं बनेगी बात’

आशुतोष मिश्रा

• 12:15 PM • 12 Oct 2021

3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए 4 किसानों और पत्रकार को श्रद्धांजलि देने के लिए तिकुनिया में संयुक्त किसान मोर्चा…

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3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में मारे गए 4 किसानों और पत्रकार को श्रद्धांजलि देने के लिए तिकुनिया में संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से 12 अक्टूबर को ‘अंतिम अरदास’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश, पंजाब हरियाणा, चंडीगढ़ से आए किसान नेताओं के साथ ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी शामिल हुए. ‘अंतिम अरदास’ कार्यक्रम में किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल हुए.

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इस दौरान मंच से राकेश टिकैत ने कहा कि यह आंदोलन हमारा तक तब तक जारी रहेगा जब तक भारत सरकार केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का इस्तीफा नहीं ले लेती.

उन्होंने मंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा, “जब तक देश के गृह राज्य मंत्री की धारा 120 बी के तहत गिरफ्तारी नहीं होती तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा. जब तक बाप-बेटों को गिरफ्तार करके आगरा जेल में नहीं रखा जाएगा और वहां से पुलिस रिमांड नहीं लेती तब तक यह पूछताछ महज दिखावा है.”

हाल ही में लखीमपुर खीरी मामले में आरोपी आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी को लेकर राकैश टिकैत ने कहा कि अभी यह रेड कार्पेट गिरफ्तारी है, कालीन बिछाकर गिरफ्तारी हुई है.

आशीष मिश्रा को तीन दिन की पुलिस रिमांड पर लिए जाने पर राकैश टिकैत ने कहा, “गुलदस्ते पर आधारित यह रिमांड है. किसी अधिकारी या किसी पुलिस कर्मचारी की हिम्मत है कि देश के गृह राज्य मंत्री के बेटे से कोई पूछताछ कर लें. पूछताछ के दौरान वकील उसके (आशीष) साथ अंदर रहेगा. क्या पुलिस प्रशासन के लोग उसके (आशीष) गले में माला फूलकर डालकर पूछेंगे कि बताओ जी आपने कैसे-कैसे प्रोग्राम किया.”

यूपी तक से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा, “जब तक केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं होती और उन्हें पद से निष्कासित नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा. आंदोलन की अगली रूपरेखा लखनऊ में आयोजित 26 अक्टूबर को होने वाली महापंचायत में सामने रखी जाएगी.”

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से संयुक्त किसान मोर्चा ने ऐलान किया है कि तिकुनिया में ही मृत किसानों की याद में स्मारक बनाया जाएगा. मृतक किसानों के अस्थि कलश को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में भेजा जाएगा.

बता दें कि 18 अक्टूबर को किसानों ने रेल रोको का आवाहन किया है और उसके बाद 26 अक्टूबर को लखनऊ में महापंचायत होगी.

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