लखीमपुर खीरी केस: कहां हैं आशीष? संयुक्त किसान मोर्चा का आरोप- ‘लोकेशन बदल रहे, फरार हैं’

यूपी तक

• 07:12 AM • 08 Oct 2021

लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी आशीष मिश्रा शुक्रवार सुबह 10 बजे क्राइम ब्रांच के सामने पेश नहीं हुए हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय…

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लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी आशीष मिश्रा शुक्रवार सुबह 10 बजे क्राइम ब्रांच के सामने पेश नहीं हुए हैं. केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष को इस संबंध में नोटिस जारी किया गया था. वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा ने दावा किया है कि आशीष मिश्रा का कोई पता नहीं चल रहा है. किसान मोर्चा ने समाचार रिपोर्ट्स के हवाले से आरोप लगाया है कि आशीष मिश्रा ‘फरार’ हैं और बार-बार लोकेशन बदल रहे हैं.

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आपको बता दें कि गुरुवार को आशीष मिश्रा को क्राइम ब्रांच के सामने पेश होने का नोटिस भेजा गया था. यह नोटिस शाहपुरा कोठी और बनवारीपुर स्थित मकान पर चिपकाई गई थी. हालांकि अबतक आशीष मिश्रा पुलिस के सामने पेश नहीं हुए हैं.

अखिलेश-कांग्रेस ने भी साधा निशाना

आशीष मिश्रा के पुलिस के सामने पेश नहीं होने के मामले ने अब राजनीतिक रंग ले लिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक समाजवादी पार्टी (एसपी) प्रमुख अखिलेश यादव ने इस संबंध में कहा है कि, ‘मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह (आशीष मिश्रा) नेपाल भाग गए हैं. अगर यह बात सही है, तो भारत सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए.’

उधर, कांग्रेस ने भी आशीष को ‘फरार’ बताते हुए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर भी निशाना साधा है. कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा है, ‘किसानों को धमकी देने वाला मंत्री पुलिस सम्मेलन का उद्घाटन कर रहा है और उसका खूनी बेटा फरार बताया जा रहा है. मोदी सरकार को देश और देशवासियों की भावनाओं के साथ भद्दा मजाक काफी महंगा पड़ेगा.’

संयुक्त किसान मोर्चा ने आशीष समेत अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की

शुक्रवार, 8 अक्टूबर को संयुक्त किसान मोर्चा ने लखीमपुर खीरी केस को लेकर बयान जारी किया है. इसमें कहा गया है, ‘संयुक्त किसान मोर्चा लखीमपुर खीरी किसान हत्याकांड में शामिल आशीष मिश्रा, सुमित जायसवाल, अंकित दास और अन्य साथियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर गंभीर चिंता व रोष व्यक्त करता है.’ संयुक्त किसान मोर्चे ने आरोप लगाया है कि, ‘यूपी सरकार और अजय मिश्रा टेनी यह सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षात्मक रणनीति कर रहे हैं कि आशीष मिश्रा गिरफ्त से बाहर रहें.’ इस मामले में सभी आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की गई है.

आपको बता दें कि लखीमपुर खीरी कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष और अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 147 (उपद्रव), 148 (घातक अस्त्र का प्रयोग), 149 (भीड़ हिंसा), 279 (सार्वजनिक स्थल पर वाहन से मानव जीवन के लिए संकट पैदा करना), 338 (दूसरों के जीवन के लिए संकट पैदा करना), 304 ए (किसी की असावधानी से किसी की मौत होना), 302 (हत्या) और 120 बी (साजिश रचने) के तहत मामला दर्ज किया गया है.

लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में 3 अक्टूबर को हिंसा हुई थी, जिसमें 8 लोगों की मौत हुई. केंद्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा पर आरोप है कि उनके काफिले ने किसानों को रौंद दिया. हालांकि केंद्रीय मंत्री टेनी और आशीष मिश्रा, दोनों ने ही अबतक सारे आरोपों का खंडन किया है. आशीष मिश्रा का दावा है कि घटना के वक्त वह काफिले की गाड़ियों में मौजूद नहीं थे.

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