Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात के मड़ौली गांव में हुई घटना के मामले में बुधवार को फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर क्राइम सीन का रीक्रिएशन किया. फोरेंसिक टीम ने वैसे ही झोपड़ी को बनवाकर उसमे आग जलते समय बुलडोजर चलवाकर देखा. टीम ने उस पूरे घटना का सीन दोहरा कर देखा कि आखिर घटना के दौरान मां बेटी की मौत हुई कैसे थीं और क्या आग लगने के दौरान उस समय उन्हें बचाया जा सकता था या नहीं.
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बता दें कि 13 फरवरी को झोपड़ी के अंदर जलकर प्रमिला (44) और उनकी बेटी नेहा (18) की दर्दनाक मौत हो गई थी. पूरी घटना की जांच के लिए तत्काल शासन के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया था. घटना के बाद से लगातार एसआईटी कुछ अनसुलझे सवालों के जवाब ढूंढ रही थी. इस घटना की जानकारी होने पर गांव में तनाव का माहौल हो गया था और 3 जिलों की पुलिस फोर्स के साथ गांव में PAC की टुकड़ी भी तैनात कर दी गईं. यह मामला पूरे देश में चर्चा का विषय बन गया. इस घटना पर विपक्षी पार्टियां सरकार को बुलडोजर पर चौतरफा घेरने की कोशिश करने लगी.
अग्निकांड की घटना को किया गया रीक्रिएट
वहीं घटना के 9 दिन बाद आज घटना स्थल से कुछ दूरी पर वैसे ही क्राइम सीन दोहराया गया, जैसे उस समय घटना में मां-बेटी की जलकर मौत हुई थी. बता दें कि लखनऊ से आई फोरेंसिक एक्सपर्ट की टीम ने शासन द्वारा गठीत की गई है. हरदोई SIT टीम के सामने क्राईम सीन का रीक्रिएशन किया. फॉरेंसिक टीम ने घटना में मां-बेटी की मौत कैसे हुई इस बात का इसका पता लगाने की कोशिश की. मड़ौली कांड को वैसे ही दोहराने के लिए वैसे ही एक झोपड़ी को बनाया गया. उसके अंदर दो पुतले रखे गए फिर एक जनरेटर तेल से भरा रखा गया. उसके छप्पर पर हलकी जलती आग के समय बुलडोजर चलवाकर देखा और पल-पल की फोटो और वीडिओ ग्राफी की गई. फॉरेंसिक सूत्रों से मिली जानकारी पर टीम यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जब झोपड़ी में अलकी आग थी. फॉरेंसिक टीम द्वारा दोहराया गए क्राइम सीन की रिर्पोट SIT टीम जांच में शामिल कर शासन को भेजेगी.
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