यूपी के अमेठी जिले के रहने वाले आरिफ और राजकीय पक्षी सारस की दोस्ती के मुद्दे को लेकर सपा चीफ अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक बार फिर परोक्ष रूप से सरकार पर निशाना साधा है.
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बता दें कि पिछले दिनों सारस पक्षी से दोस्ती कर आरिफ चर्चा में आए थे. दोनों की दोस्ती सुर्खियों में आने के बाद वन विभाग ने आरिफ से सारस को लेकर उसे रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में संरक्षित कर दिया था. बाद में सारस को वन विभाग की टीम ने कानपुर चिड़ियाघर में शिफ्ट कर दिया था.
मंगलवार को कानपुर चिड़ियाघर में बंद सारस का क्वारंटाइन पीरियड खत्म हुआ तो आरिफ अपने पक्षी दोस्त से मिलने चिड़ियाघर पहुंच गया.
आरिफ को देख सारस अपने पंख फड़फड़ाने लगा
चिड़ियाघर के अस्पताल विंग में सारस को एक बाड़े के अंदर रखा गया है. ऐसे में बकायदा पूरे प्रोटोकॉल के तहत चेहरे पर मास्क, हाथों में ग्लव्स और बालों में कैप पहनाने के बाद आरिफ को सारस के पास ले जाया गया. जैसे ही सारस ने आरिफ को देखा वह अपनी गर्दन को हिलाते हुए, चोंच निकालते हुए अपने पंख फड़फड़ाने लगा और बेचैन होकर इधर-उधर जाने लगा…यह नजारा देखकर ऐसा लगा कि सारस, आरिफ से मिलने की खुशी जाहिर कर रहा हो. जब आरिफ ने सारस को उड़ने के लिए कहा था वह बाड़े के अंदर ही उड़ने लगा.
सारस और आरिफ के इस मुलाकात का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. सोशल मीडिया पर तमाम लोग इस वीडियो को शेयर कर आरिफ और सारस की दोस्ती की सराहाना कर रहे हैं. इसी वीडियो को शेयर कर अखिलेश यादव ने परोक्ष रूप से सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ‘जो लोग समझते हैं नफरत भर देंगे दिलों में, उन्हें नहीं पता मोहब्बत कुदरती होती है…और कुदरत के खिलाफ जाने वाले कहां कभी कामयाब होते हैं.’
गौरतलब है कि पिछले दिनों अमेठी के गौरीगंज तहसील के जोधपुर मंडखा गांव में रहने वाले आरिफ और सारस की दोस्ती सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में थी. अखिलेश यादव भी मंडखा में आरिफ और सारस की दोस्ती देखने पहुंचे थे.
बता दें कि इस मुद्दे को लेकर अखिलेश यादव पहले भी कई बार सरकार पर निशाना साध चुके हैं. जब वन विभाग की टीम ने सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार में संरक्षित कर दिया था, तब अखिलेश ने कहा था कि ‘मैं जिससे मिलने जाता हूं, सरकार उससे सबकुछ छीन लेती है. मैं सारस को दोस्त बताने वाले आरिफ से मिलने गया तो उससे सारस छीन लिया गया. मैं कानपुर में अपने विधायक से मिलने गया, तो उसका जेल बदल दिया गया. आजम खान और उनके परिवार का उत्पीड़न इस लिए किया जा रहा है, क्योंकि वे समाजवादी पार्टी के हैं.’
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